UP News: योगी सरकार तोड़ेगी अपना ही रिकॉर्ड, एक दिन में 35 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य

punjabkesari.in Saturday, May 27, 2023 - 06:14 PM (IST)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश में इस साल बरसात के महीने के दौरान एक दिन में 35 करोड़ पौधों को रोपने का लक्ष्य निर्धारित किया है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि हरियाली बढ़ाने, बेहतर आबोहवा और पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से बारिश के आगामी सीजन में योगी सरकार एक बार फिर एक दिन में पौधरोपण का अपना ही रिकॉडर् तोड़ेगी। इस बार लक्ष्य एक दिन में 35 करोड़ पौधरोपण का है।



सरकार के 27 विभाग मिलकर पौधरोपण अभियान को बनाएंगे सफल
पौधरोपण की नोडल एजेंसी वन विभाग की निगरानी में सरकार के 27 विभाग मिलकर रिकॉर्ड पौधरोपण के इस अभियान को सफल बनाएंगे। संबंधित विभागों को कितना पौधरोपण करना है, इसका लक्ष्य पहले से तय है। पौधरोपण के लिए वन विभाग और उसकी देखरेख में कृषि जलवायु क्षेत्र (एग्रो क्लाइमेट जोन) की नर्सरियों में करीब 54 करोड़ स्वस्थ्य पौधे तैयार हैं। वन विभाग के सूत्रों के अनुसार, पौधारोपण की सही तिथि फिलहाल निर्धारित नहीं की गई है। मगर मानसून के रुख को देखकर यह तय कर लिया जाएगा। उम्मीद इस बात की है कि जुलाई में किसी दिन यह महाअभियान चलेगा। ऐसा इसलिए कि पर्याप्त मात्रा में नमी मिलने से रोपे गए पौधों में से अधिकतम का सर्वाइवल हो।



योगी सरकार-2.0 ने अगले 5 साल में 175 करोड़ पौधों के रोपण का रखा है लक्ष्य
उल्लेखनीय है कि अपने पहले कार्यकाल से ही प्रदेश में हरीतिमा बढ़ाने और इससे होने वाले अन्य दूरगामी लाभों के मद्देजर योगी सरकार का जोर अधिक्तम पौधरोपण पर रहा है। इस क्रम में अब तक अपने पहले कार्यकाल में प्रदेश में हरियाली बढ़ाने के लिए हर साल रिकॉडर् पौधरोपण के क्रम में 100 करोड़ से अधिक का पौधरोपण हुआ। इसका नतीजा भी सामने है। स्टेट ऑफ फॉरेस्ट की रिपोर्ट 2021 के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल के 9.23 फीसद हिस्से में वनावरण है। 2013 में यह 8.82 फीसद था। रिपोटर् के अनुसार 2019 के दौरान कुल वनावरण और वृक्षावरण में 91 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है। वर्ष 2030 तक सरकार ने इस रकबे को बढ़ाकर 15 फीसद करने का लक्ष्य रखा है। इस चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को हासिल करने के लिए योगी सरकार-2.0 ने अगले 5 साल में 175 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा है। इस क्रम में पिछले साल भी 35 करोड़ पौधे लगाए गए थे। इस साल और इसके अगले चार साल के लिए लिए भी 35-35 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य है।



अभियान को सफल बनाने में पर्यावरण सेनानियों की होगी महत्वपूर्ण भूमिका
सरकार की मंशा है कि वर्षाकाल में जो पौधरोपण हो वह संबंधित क्षेत्र के एग्रो क्लाइमेट जोन (कृषि जलवायु क्षेत्र) के अनुसार हो। अलग-अलग जिलों के लिए चिन्हित 29 प्रजाति और 943 विरासत वृक्षों को केंद्र में रखकर पौधरोपण का अभियान चलेगा। इसमें राष्ट्रीय वृक्ष बरगद के साथ देशज पौधे पीपल, पाकड़, नीम, बेल, आंवला, आम, कटहल और सहजन जैसे औषधीय पौधों को वरीयता दी जाएगी। अभियान को सफल बनाने में पर्यावरण सेनानियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। पर्यावरण सेनानी में कृषक और प्रधानमंत्री सम्मान के लाभार्थी, गंगा प्रहरी, सशक्त बल, महिलाएं, दिव्यांग, कम आय समूह, द्दष्टिबाधित, मनरेगा जॉब काडर् धारक, स्वयंसहायता समूह, ग्राम स्तरीय एवं नगर विकास कर्मी, वनकर्मी, आदिवासी-वनवासी, मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के लाभार्थी, शिक्षक-विद्यार्थी और महिलाएं शामिल हैं।

Content Editor

Harman Kaur