यूपी चुनाव: सपा के इन नेताओं की साख है दांव पर

punjabkesari.in Tuesday, Feb 07, 2017 - 04:33 PM (IST)

इटावा:वैसे तो इटावा मुलायम का गृहजिला है। लेकिन उनके भाई शिवपाल सिंह के सबसे ज्यादा कार्यकर्ता यहां हैं। इटावा की सभी विधानसभा सीटों पर शिवपाल यादव की साख दांव पर होगी। मोदी लहर में यहां लोकसभा का चुनाव सपा हार चुकी है। हालांकि विधानसभा में यहां सपा के सामने कोई पार्टी दूर-दूर तक नजर नहीं आती है।

                 
कन्नौज:डिंपल यादव, सीएम अखिलेश की पत्नी हैं। राजनीति में पहला चुनाव हार गई थीं। लेकिन कन्नौज सीट जब अखिलेश यादव ने छोड़ी तो उपचुनाव जीत गईं। फिलहाल कन्नौज में लोग उन्हें भाभी जी कहते हैं। इन विधानसभा चुनावों में जिले की सभी सीटों पर सपा में डिंपल का टेस्ट होना है। ये चुनाव तय करेगा कि क्या अखिलेश से इतर डिंपल का भी जनाधार है ?
               
आजमगढ़:सपा सुप्रीमो मुलायम यादव आजमगढ़ से सांसद हैं। जिले की विधानसभा सीटों पर महत्वपूर्ण लड़ाई है। हालांकि मुलायम का करिश्मा जिले की सीटों पर काम कर सकता है। सपा को फायदा मिल सकता है। लेकिन पार्टी के भीतर चल रही लड़ाई को चुनाव आयोग से झटका लगता है या मुलायम अखिलेश यादव के सामने झुकते हैं तो उन्हें इसका सियासी नुकसान हो सकता है।

               
फिरोजाबाद:रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव समाजवादी पार्टी से यहां के सांसद हैं। यहां की सभी सीटों पर सपा का दबदबा है। क्योंकि मोदी लहर के बावजूद भी यहां सपा से अक्षय जीते थे। उनके साथ कार्यकर्ताओं की बड़ी टीम है। रामगोपाल अखिलेश के पक्ष के हैं, लिहाजा अक्षय को इसका फायदा मिलता रहा है। इस बार जिले की सभी सीटों पर अक्षय यादव की साख दांव पर होगी।

                
मैनपुरी:यहां से सांसद हैं तेजप्रताप यादव। तेजप्रताप मुलायम के पोते हैं। और लालू प्रसाद के दामाद हैं। और जनता के बीच गहरा सामंजस्य रखते हैं। लिहाजा जिले की कोई सीट किसी और पार्टी के खाते में जाए, ऐसा नहीं लगता है। हालांकि पार्टी ने जिला कार्यकारिणी में जिस तरह का फेरबदल किया, उससे साफ है इससे निबटना तेजप्रताप के लिए बड़ी चुनौती होगी।

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