UP STF ने हाथरस साजिश मामले में वांछित PFI पदाधिकारी को केरल से किया गिरफ्तार, मामले की जांच जारी

punjabkesari.in Saturday, Mar 04, 2023 - 12:51 PM (IST)

नोएडाः उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है। पुलिस ने बीते शुक्रवार को हाथरस में 2020 में एक दलित लड़की के कथित सामूहिक दुष्कर्म और मौत के बाद दंगे भड़काने की साजिश के आरोप में प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के एक पदाधिकारी को केरल से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की।

यह भी पढ़ेंः रामपुर में रामचरितमानस का कलाकारों द्वारा किया गया चित्रण, BJP नेता मुख्तार अब्बास नकवी रहे मौजूद

मिली जानकारी के मुताबिक, यूपी पुलिस के विशेष कार्य बल (STF) ने एक बयान में कहा कि, करीब 50 वर्ष की आयु के संदिग्ध कमाल केपी को बीते शुक्रवार दोपहर तकरीबन 12ः00 बजे केरल के मलप्पुरम जिले में किझातुर में उसके आवास से गिरफ्तार किया गया। एसटीएफ की नोएडा और आगरा इकाई के एक संयुक्त दल ने कमाल को गिरफ्तार किया। ऐसा माना जाता है कि वह पीएफआई के ‘हिट स्क्वायड' को संभाल रहा था। उसके बयान के अनुसार, वह पीएफआई के शीर्ष पदाधिकारियों में से एक है और संगठन के दिल्ली मुख्यालय में भी कार्यालय सचिव के तौर पर काम करता है।

यह भी पढ़ेंः मस्जिद निर्माण को मिली अंतिम मंजूरी, इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन को जल्द ही अयोध्या विकास प्राधिकरण सौंपेगा नक्शा

अभी भी चल रही है मामले की जांच-STF
यूपी एसटीएफ ने कहा कि, ‘‘कमाल केपी हाथरस में दुखद घटना के बाद दंगे भड़काने की सोची समझी साजिश के संबंध में मथुरा में मात पुलिस थाने में दर्ज एक मामले में वांछित था। वह प्रतिबंधित पीएफआई का सक्रिय सदस्य है और उस पर 25,000 रुपये का इनाम है।'' एसटीएफ के एक अधिकारी के अनुसार, भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए, 295ए, सूचना प्रौद्योगिकी कानून और गैर-कानूनी गतिविधियां निवारण अधिनियम (UAPA) के प्रावधानों के तहत दर्ज एक मामले में यह नौवीं गिरफ्तारी है। उन्होंने बताया कि इन नौ लोगों में से पत्रकार सिद्दीक कप्पन समेत दो संदिग्धों को अभी तक जेल से रिहा कर दिया गया है। हालांकि, हाथरस घटना के बाद साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश में पीएफआई की कथित भूमिका को लेकर दर्ज मामले की जांच अभी की जा रही है। 
 

Content Editor

Pooja Gill