सरकारी नौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, तीन लोगों को  UP STF ने किया गिरफ्तार

punjabkesari.in Sunday, May 14, 2023 - 12:48 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां यूपी पुलिस (UP Police) की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेरोजगार युवकों से करोड़ों रुपए ठगने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार (Arrested) किया है। आरोपी खुद को सरकारी अधिकारी (Government Office) बताकर युवाओं को ठगने के लिए फर्जी दफ्तर (Fake Office) चलाते थे।

पूरे उत्तर प्रदेश के शहरों में सुनसान जगह पर किराए पर लिया था घर
मिली जानकारी के मुताबिक, एसटीएफ द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार तीनों आरोपियों लखनऊ निवासी अभिषेक प्रताप सिंह, संत कबीर नगर निवासी अतहर हुसैन और कानपुर निवासी नीरज मिश्रा को बाराबंकी के कुर्सी स्थित एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया। एसटीएफ के अधिकारियों ने अपने तौर-तरीकों के बारे में बताते हुए कहा कि आरोपियों ने पूरे उत्तर प्रदेश के शहरों में एक सुनसान जगह पर एक घर किराए पर लिया और एक नकली कार्यालय स्थापित किया।

नौकरी के इच्छुक लोगों को निशाना बनाते थे अपना शिकार
बयान में कहा गया है कि आरोपियों ने अखबारों में नौकरी के विज्ञापन छपवाए और अपने किराए के कार्यालयों में साक्षात्कार आयोजित किए। वे विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी देने के बहाने हर इच्छुक से 2-4 लाख रुपए वसूलते थे। आरोपी इन युवकों को फर्जी नियुक्ति, प्रशिक्षण और पोस्टिंग लेटर सौंपता था और उन्हें ''फर्जी ट्रेनिंग'' भी देता था। वहीं पैसा इकट्ठा करने के बाद, आरोपी किसी अन्य शहर में नौकरी के इच्छुक लोगों को निशाना बनाने से पहले रात को किराए पर ली जगह को छोड़ देते थे।

आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज की गई है प्राथमिकी
एसटीएफ ने कहा कि पकड़े गए आरोपियों के पास से कई फर्जी पहचान पत्र, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के फर्जी नियुक्ति पत्र, यूपी जल निगम और यूपी वन निगम के फर्जी नियुक्ति पत्र, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के फर्जी प्रशिक्षण पत्र और सचिव के चार फर्जी रबर स्टांप मिले हैं। आरोपियों के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद एसटीएफ ने मामले की जांच शुरू की। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

Content Editor

Anil Kapoor