यूपी STF के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, 1 करोड़ का गांजा बरामद

punjabkesari.in Tuesday, Jun 13, 2017 - 08:14 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अन्तर्राज्यीय मादक पदार्थ तस्कर गिरोह के 2 सदस्यों को मिर्जापुर जिले के अहरौरा से गिरफ्तार कर ट्रक से 802 किलोग्राम गांजा बरामद किया जिसकी कीमत लगभग एक करोड़ रूपए आंकी गई है।

एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने बताया कि मिर्जापुर जिले के अहरौरा इलाके से पुलिस ने एक ट्रक में तस्करी करके लाया जा रहा 802 किलो गांजा बरामद किया। मौके से 2 तस्कर मैनपुरी निवासी मलखान सिंह और ब्रजेश कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि पिछले काफी समय से एसटीएफ को सूचना मिल रही थी कि कुछ तस्कर आन्ध्र प्रदेश, उड़ीसा, बिहार, आसाम और छत्तीसगढ़ आदि राज्यों से मादक पदार्थों की अन्तर्राज्यीय स्तर पर तस्करी करके प्रदेश में ला रहे हैं। उन्होंने इस सम्बन्ध में अपर पुलिस अधीक्षक ज्ञानेन्द्र नाथ प्रसाद और वाराणसी क्षेत्र की इकाई के पुलिस उपाधीक्षक विनोद कुमार सिंह की टीम को इसकी जिम्मेदारी सौंपी।

पाठक ने बताया कि सूचना मिली कि एक अन्तर्राज्यीय मादक पदार्थ तस्कर गिरोह अन्य राज्यों से मादक पदार्थाें की तस्करी करके मिर्जापुर, सोनभद्र, वाराणसी, आजमगढ़ आदि जिलों में सप्लाई करता है। इसी दौरान जानकारी मिली कि एक ट्रक सोनभद्र होते हुए मादक पदार्थ गांजा लेकर आने वाला है। सूचना पर निरीक्षक शैलेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम ने लखनियॉदरी तिराहे पर अहरौरा इलाके में पहुंचकर घेराबन्दी करके सोनभद्र की तरफ से आए ट्रक को रोककर उस पर सवार दोनो तस्करों को गिरफ्तार कर ट्रक से 802 किलो गांजा बरामद किया।

पूछताछ पर गिरफ्तार तस्करों ने बताया कि बरामद गांजा जगदलपुर (उड़ीसा) में जौनपुर के रहने वाले राजकुमार ने खुद मालखान सिंह के ट्रक में लोड कराया था। उड़़ीसा में यह माल कहां से लाया जाता है, इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। इस गांजे को टेंगरा मोड़, वाराणसी तक ले जाना था, जहां राजकुमार द्वारा इसकी डिलेवरी प्राप्त करके छोटी गाडिय़ों से सप्लाई किया जाना था। इसकी एवज में उन्हें ढाई लाख रूपए प्रति चक्कर किराया दिया जाता है।

राजकुमार पूर्व में पूर्वांचल के सबसे बड़े गांजा तस्कर आजमगढ़ निवासी विजय यादव के साथ मिलकर यह धन्धा करता था। विजय यादव को एसटीएफ वाराणसी द्वारा इसी साल मार्च में भारी मात्रा में गांजा के साथ गिरफ्तार किया गया था। विजय यादव के जेल जाने के बाद राजकुमार स्वतंत्र रूप से गांजा तस्करी का कार्य करने लगा है। यह भी बताया कि उड़ीसा राज्य में गांजा काफी कम दाम पर मिल जाता है, जिस कारण वहां से इसकी तस्करी की जाती है, जिसमें उन्हें भारी आर्थिक लाभ प्राप्त होता है।