योगी का दंगा मुक्त शासन के दावे खोखले, इन हिंसक घटनाआें ने दागदार किया यूपी का दामन

punjabkesari.in Thursday, Aug 30, 2018 - 04:45 PM (IST)

यूपी डेस्कः उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था दुरुस्त करने का दावा कर सत्ता पर काबिज हुई योगी सरकार को 16 महीने पूरे हो गए हैं। इसके बावजूद भी प्रदेश में कानून व्यवस्था जस की तस बनी हुई है। आए दिन प्रदेश में रेप, गैंगरेप, हत्या, अपहरण जैसी संगीन वारदातें हाे रही हैं। जिसकाे लेकर विपक्ष लगातार याेगी सरकार पर हमले कर रहा है। विपक्ष के इस आराेप पर मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में तीखा पलटवार किया। उन्हाेंने कहा कि कानून व्यवस्था पर प्रश्न खड़े करने वालों को ‘दृष्टिदोष’ हो गया है।

योगी ने विधानसभा में अनुपूरक बजट पर बोलते हुए कहा कि प्रदेश की आज की कानून व्यवस्था पर जो प्रश्न खड़ा कर रहा है, मुझे लगता है कि उसे किसी नयी दृष्टि की आवश्यकता है। इसे हम दृष्टिदोष कह सकते हैं। इतना ही नहीं याेगी ने कहा कि 16 महीने में उत्तर प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ। जबकि हकीकत इससे कोसों दूर है।

संसद में 5 महीने पहले पेश की गई गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा दंगे उत्तर प्रदेश में हुए हैं। केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर ने बताया कि 2017 के आंकड़ों के अनुसार देशभर में 822 दंगे हुए। इनमें सबसे ज्यादा 195 दंगे उत्तर प्रदेश में हुए हैं। जिनमें 542 लोग घायल हुए थे, जबकि 44 लोगों की मौत हो गई। आइए देखते हैं याेगी सरकार बनने के बाद प्रदेश में कितने दंगे-फसाद हाे चुके हैं।

1.सहारनपुर दंगा(5 मई, 2017)
5 मई, 2017 को महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा को लेकर राजपूत-दलित आपस में भिड़ गए। मारपीट और दंगे के दौरान ठाकुरों ने दलितों के साथ जमकर मारपीट की। दलितों के क़रीब दो दर्जन घरों में आग भी लगा दी। इस उपद्रव में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 15 से ज़्यादा लोग घायल हो गए। इस मामले में पुलिस ने भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि याेगी सरकार ने रावण पर रासुका लगाई है जिसके तहत वह अभी भी जेल में है। 

2.कासगंज हिंसा(26 जनवरी 2018)
कासगंज में गणतंत्र दिवस के अवसर दो समुदाय में बाइक जुलूस के दौरान बवाल हो गया। इस दौरान दोनों ओर से जमकर ईंट-पत्थर चले और फायरिंग हुई। इस घटना में गोली लगने से एक युवक चंदन गुप्ता की मौत हो गई। इस दाैरान पुलिस ने कासगंज शहर में एहतियातन के ताैर परकर्फ्यू लगा दिया गया था।

3.भारत बंद के दौरान हिंसा( 2 अप्रैल 2018)
एससी/एसपी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट द्वारा किए गए बदलाव के खिलाफ देशभर में एक जंग छिड़ गई थी। इस दौरान यूपी में सबसे ज्यादा उत्पात मचा था। भारत बंद के दौरान हर तरफ आगजनी, तोड़फोड़ का माहौल था।

4. दलित युवक की हत्या के बाद हुआ खूनी संघर्ष (9 अगस्त 2018)
हाल ही में प्रदेश के मेरठ शहर में दलित और ठाकुरों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। इस दौरान एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। युवक की हत्या के बाद दलित समाज के लोगों में आक्रोश भड़क गया। इस दौरान दोनों तरफ से जमकर लाठी-डंडे व धारदार हथियार चले। इसमें दर्जनों लोग घायल हो गए थे।

इतना ही नहीं प्रदेश में आैर भी इस तरह की कई हिंसक घटनाएं हाे चुकी हैं, जिसमें लाेगाें की जानमाल समेत सरकारी संपत्तियाें काे नुक्सान पहुंचाया गया है। इन घटनाआें के बावजूद मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ प्रदेश में एक भी दंगे हाेने से साफ इंकार कर रहे हैं। 


 

Tamanna Bhardwaj