UP Weather News: यूपी में कहर बनकर बरस रही बारिश; 11 जिलों के 36 गांव बाढ़ से प्रभावित
punjabkesari.in Saturday, Sep 14, 2024 - 08:11 AM (IST)
Flood In UP: उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बनकर आई है। बारिश के कारण नदियों के उफनाने से कई इलाकों में बाढ़ का खतरा गहरा गया है। वहीं, दर्जनों गांव का संपर्क मुख्य मार्ग से कट गया है। भारी बारिश से अवध के कुछ जिलों के साथ प्रदेश के 11 जिलों में बाढ़ का कहर है। पिछले 24 घंटों में वर्षा जनित हादसों में कम से कम सात लोगों की मृत्यु हो गयी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अतिवृष्टि एवं आकाशीय विद्युत से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है और दिवंगत व्यक्तियों के परिजनों को चार चार लाख रूपये की अनुमन्य राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य के लिये एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पीएसी की टीमें तैनात करने के निर्देश दिये हैं।
11 जिलों के 36 गांव हैं बाढ़ से प्रभावित
अधिकृत सूत्रों के अनुसार, प्रदेश के 11 जिलों के 36 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के अनुसार पिछले 24 घंटों में प्रदेश में अतिवृष्टि से छह तथा आकाशीय बिजली से एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। बारिश से कन्नौज, मथुरा, इटावा, बुलन्दशहर, अमरोहा एवं गाजियाबाद में एक-एक तथा बिजली गिरने से श्रावस्ती में एक की मौत हुयी है। गंगा नदी बदायूं (कचरा ब्रिज) में, केन नदी बांदा (बांदा) तथा चम्बल नदी धौलपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। फर्रुखाबाद, गोण्डा, बलिया, लखीमपुर खीरी , बाराबंकी , जालौन , सीतापुर, देवरिया, बांदा , गौतमबुद्धनगर तथा पीलीभीत जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ की चपेट में आने से अब तक 17 लोगों की मृत्यु हुई है। मृतकों के परिजनों को 04-04 लाख रुपये की सहायता धनराशि प्रदान की जा चुकी है। अब तक तीन हजार 56 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनके सापेक्ष राहत सहायता वितरित की जा चुकी है।
बढ़ रहा नदियों का जलस्तर
उधर, पीलीभीत में बहने वाली देवहा और शारदा नदी में बैराज से पानी छोड़े जाने से जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार ने बताया कि शारदा नदी में बनबसा बैराज से चार लाख 20,000 क्यूसेक देवहा नदी में 30 हजार 307 क्यूसिक तथा नानक सागर से 16 हजार 806 क्युसिक पानी छोडा गया है। शारदा नदी में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। शारदा नदी में छोड़े गए पानी के कारण कई गांव प्रभावित हुए हैं। निचले इलाकों के गांवों को खाली कराया जा रहा है। बाढ़ का पानी शारदा नदी से सटे आसपास के छह से ज्यादा गांवों में घुस जाने से प्रभावित गांव टापू जैसे हो गए हैं। प्रशासन ने घोषणा करके लोगों को ऊंचे और सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए निर्देशित किया है। बुधवार से पीलीभीत और आसपास के मैदानी क्षेत्रों तथा पहाड़ों पर भी भारी बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।