यूपीः यहां चंद रुपयों के लिए पति के जीते जी विधवा बनीं महिलाएं

punjabkesari.in Thursday, Aug 03, 2017 - 01:01 PM (IST)

कानपुर: कानपुर में बेहद चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा सामने आया है, जहां चंद रुपयों की खातिर सुहागिन पत्नियों ने जीते जी अपने पति को मृत घोषित कर दिया। कुछ महिलाओं ने सरकार द्वारा मिलने वाले पारिवारिक लाभ को पाने के लिए अपने पति का मृत्यु प्रमाण पत्र लगाकर प्रशासन से अच्छे खासे पैसे ले लिए।

वहीं यह पूरा फर्जीवाड़ा विभागीय कर्मचारियों और दलालो के रैकेट के साथ मिलकर किया गया है। मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन के होश उड़ गए। जांच में जहां 9 महिलाओं ने पारिवारिक लाभ के तहत राशि प्राप्त कर ली वहीं जांच में 211 अपात्रों के नाम की सूची सामने आई है।

जीवित पति को दिखाया मृत 
जानकारी के मुताबिक जिले के बिल्हौर ब्लॉक में जीवित पति को मृत दिखाकर प्रशासन से रुपए हड़प लिए। पैसे के लालच में पत्नियों ने सुहागिन होकर विधवा का चोला ओढ़ लिया। इस तरह के मामले तब सामने आए जब सीडीओ ने लेखपालों से फिर से पारिवारिक लाभ की जांच कराई है। गौरतलब है कि पारिवारिक लाभ तभी मिलता है जब पति की मृत्यु हो जाती है। इस जांच में 211 लाभार्थी अपात्र पाए गए है जिसमें बिल्हौर ब्लॉक की 9 महिलाओं ने अपने जीवित पति को मृत दिखाया है।

उठाया सरकारी योजना का लाभ
महिलाओं ने अपने पति की एक वर्ष पहले मृत्यु दिखाकर परिवारिक लाभ की राशि हड़प ली। जांच में फर्जीवाड़ा पाए जाने के बाद समाज कल्याण विभाग सख्त कार्रवाई की जुगत में लगा हुआ है। ग्रामीण स्तर पर गरीबों के लिए चली योजनाओं की रीढ़ लेखपाल ही होते है क्योंकि योजनाओं में आवेदन करने वाले लाभार्थी के प्रपत्रों ओर सर्वे का काम इन्हीं के हाथों होता है। जिसे चाहते हैं पात्र और जिसे चाहे अपात्र बना देते हैं।

फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद कार्रवाई 
वहीं इस मामले में बिल्हौर एसडीएम ने इसे बड़ा गंभीर मुद्दा बताया, साथ ही जिन महिलाओं के पति जीवित हैं और पारिवारिक लाभ योजना का रुपया उठा रहे हैं, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बता दें कि बिल्हौर घाटमपुर के लगभग 9 ब्लॉकों में सैकड़ों ऐसे मामले सामने आए हैं जहां महिलाएं अपने पति को मृतक घोषित कर पैसे हड़प रहे हैं। इसमें कई दलाल माफियाओं सहित कई विभागीय कर्मचारियों की सांठ-गांठ से यह लाखों का फर्जीवाड़ा हुआ है।