UP: आयुष कालेजों में हुए फर्जी प्रवेश मामले को लेकर एक्शन में योगी सरकार, केंद्र से की CBI जांच की सिफारिश…दो अफसर सस्पेंड

punjabkesari.in Tuesday, Nov 08, 2022 - 12:49 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को राज्य में वर्ष 2021 में आयुष कालेजों में प्रवेश में हुई कथित अनियमितता की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की सिफारिश केंद्र सरकार से की। इसके अलावा, आयुर्वेद सेवाओं के कार्यवाहक निदेशक और प्रभारी अधिकारी को निलंबित करते हुए यूनानी निदेशालय और होम्योपैथी निदेशालय के दो अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय जांच भी शुरू की गयी है।

नीट परीक्षा में शामिल हुए बगैर कई छात्रों को मिला प्रवेश
सोमवार को जारी एक बयान में राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के निर्देश के अनुपालन में राज्य सरकार ने वर्ष 2021 में आयुष कॉलेजों में प्रवेश में हुई अनियमितता की जांच सीबीआई से कराने की संस्‍तुति भारत सरकार से की है। उल्लेखनीय है कि मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए होने वाली नीट परीक्षा में शामिल हुए बगैर कई छात्रों को आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी कॉलेज में दाखिला कराने का मामला सामने आया है।

अब तक STF कर रही थी जांच
प्रदेश में आयुष कॉलेजों में पिछले शैक्षिक सत्र 2021 में दाखिले में हुई कथित धांधली के मामले में पहले आयुर्वेद निदेशक ने काउंसलिंग कराने वाली संस्था समेत तीन के खिलाफ लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में मामला दर्ज कराया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश सरकार ने इसे उप्र पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) को सौंप दिया था और अब सरकार ने इसकी जांच सीबीआई से कराने का फैसला किया है।

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Mamta Yadav