शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत के बाद हंगामा: गुस्साए लोगों ने पुलिस वाहन में लगाई आग, मामला दर्ज

punjabkesari.in Tuesday, Sep 27, 2022 - 02:08 PM (IST)

औरैया: उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के अछल्दा थाना क्षेत्र में कथित तौर पर एक शिक्षक की पिटाई से दसवीं में पढ़ने वाले एक दलित छात्र की उपचार के दौरान मौत हो गयी। इसके बाद गुस्साए लोगों ने प्रदर्शन और पथराव किया। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी उन्होंने बताया कि घटना के विरोध में मौके पर ‘भीम आर्मी' के कार्यकर्ताओं के पहुंचने के बाद भड़के लोगों ने प्रदर्शन करते हुए पुलिसकर्मियों पर पथराव किया और एक पुलिस वाहन में आग लगा दी तथा जिलाधिकारी की गाड़ी पर भी पथराव किया। । इस मामले को लेकर मंगलवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्‍यक्ष और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अलग-अलग ट्वीट में गंभीर आरोप लगाते हुए सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।

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आरोपी शिक्षक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज
बिधूना के क्षेत्राधिकारी (सीओ) महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी शिक्षक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्‍या) और अनुसूचित जाति-जनजाति निवारण अधिनियम समेत संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। उधर, जिला विद्यालय निरीक्षक चंद्रशेखर मालवीय ने बताया कि आरोपी शिक्षक को निलंबित करने के आदेश विद्यालय प्रबंधक को दे दिए गए हैं। पुलिस के अनुसार, अछल्दा थाना क्षेत्र के फफूंद रोड स्थित एक इंटर कॉलेज में वैसोली गांव निवासी निखिल कुमार (15) दसवीं कक्षा में पढ़ता था। निखिल के पिता राजू दोहरे ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि सात सितंबर को सामाजिक विज्ञान के शिक्षक अश्विनी सिंह ने टेस्ट में दो गलतियां करने पर उनके बेटे की लात-घूसों और डंडों से पिटाई की, जिससे वह बेहोश हो गया। परिजनों को जब बच्चे के बेहोश होने की जानकारी मिली तो वे स्‍कूल पहुंचे और बच्‍चे को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। उपचार के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं होने पर निखिल को सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां सोमवार को उसकी मौत हो गयी।

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‘भीम आर्मी' के कार्यकर्ताओं ने जमकर काटा हंगामा
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोमवार को छात्र की मौत की खबर के बाद इंटर कॉलेज तत्काल बंद कर दिया गया। इस बीच, ‘भीम आर्मी' के सदस्यों ने गांव में पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद भीड़ बढ़ने लगी। पुलिस के मुताबिक आक्रोशित भीड़ ने गांव पहुंची एंबुलेंस में रखे शव को जबरन निकाल कर कॉलेज के बाहर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि बवाल बढ़ने के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन परिजन अपनी मांगे पूरी होने तक शव को वहां से नहीं हटाने पर अड़े रहे। उन्होंने बताया कि इस बीच प्रदर्शनकारियों ने घटना के विरोध में पत्थरबाजी शुरू कर दी। पुलिस के मुताबिक, उग्र प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस जीप को आग लगा दी। इतना ही नहीं उपद्रवियों ने जिलाधिकारी की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की, लेकिन भारी संख्‍या में पुलिसकर्मियों और पीएसी के पहुंचते ही वे इंटर कॉलेज की इमारत में छिप गए। पुलिस अधीक्षक, औरैया चारू निगम ने मौके पर पहुंचकर हालात को नियंत्रित किया।

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आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी के लिए कई टीम का गठन: पुलिस
इस बीच, जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव ने पीड़ित के माता-पिता से मिलकर बात की और यथासंभव मांग पूरी करने का भरोसा दिया। पुलिस महानिरीक्षक प्रशांत कुमार ने भी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामले के उपद्रवियों पर कार्रवाई की तैयारी भी शुरू हो गयी है। इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य से जब इस संदर्भ में बातचीत की गई तो उन्‍होंने बताया, ‘‘मैं पांच सितंबर से अवकाश पर था और घटना की सूचना मिलने पर आज ही पहुंचा हूं, मुझे घटना की पूरी जानकारी नहीं है।'' पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने बताया कि मामला दर्ज कर आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी के लिए कई टीम का गठन किया गया है। बिधूना के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) महेंद्र प्रताप सिंह ने  बातचीत में मंगलवार को कहा कि परिजन बच्चे के दाह संस्कार के लिए तैयार हो गये हैं और शव को अंत्‍येष्टि के लिए ले जा रहे हैं।

अखिलेश ने छात्र की मौत पर जताया दुख
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए ट्वीट किया, “औरैया में एक छात्र की शिक्षक द्वारा पीटे जाने से हुई मृत्यु का समाचार दुखद ही नहीं, बेहद संवेदनशील है। सरकार यथोचित कार्रवाई करे और पीड़ित परिवार को मुआवजा भी दे। शिक्षा जीवन देती है, लेती नहीं।” एक अन्‍य ट्वीट में यादव ने आरोप लगाया, “औरैया में एक दलित छात्र को योगी जी के स्वजातीय व भाजपा संरक्षित शिक्षक ने जातीय भेदभाव की भावना के तहत पीट पीट कर मार डाला। 18 दिन हो गए भाजपाइयों ने शिक्षक को फरार करवा दिया।” उन्‍होंने कहा, “इस मामले में शिक्षक की तत्काल गिरफ्तारी हो और छात्र के परिजनों को तत्काल सरकार 50 लाख का मुआवजा दे।”

मायावती बोली- सरकार मामलों को रफा दफा करने के बजाय तुरन्त प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करे
बसपा प्रमुख मायावती ने अपने ट्वीट में कहा, “औरैया में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत पर सरकारी उदासीनता व लापरवाही का मामला काफी तूल पकड़ता जा रहा है। इंसाफ व उचित कार्रवाई के अभाव में लोग काफी आक्रोशित हैं।” मायावती ने इसी ट्वीट में कहा, “सरकार ऐसे संगीन मामलों को रफा दफा करने के बजाय तुरन्त प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह मांग।” अपने सिलसिलेवार ट्वीट में बसपा प्रमुख ने कहा, “यूपी में दलितों, गरीबों, मजलूमों व अल्पसंख्यकों आदि के साथ-साथ महिलाओं की असुरक्षा का मामला भी काफी चर्चा में है। महिला पुलिसकर्मियों के विरुद्ध थानों में शोषण व अन्याय की खबरें भी लगातार सुर्खियों में हैं, जो सरकार के कानून-व्यवस्था के दावे को गलत साबित करती हैं।'


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Content Writer

Ramkesh

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