GIS-23 का नाटक कर जनता के आखों में धूल झोंक रही निकम्मी सरकार : स्वामी प्रसाद मौर्य

punjabkesari.in Sunday, Feb 12, 2023 - 12:33 PM (IST)

जौनपुर (जावेद अहमद) : शनिवार को वाराणसी दौरे पर जाते समय रास्ते में जौनपुर में रुक कर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य Swami Prasad Maurya ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात किया। इस दौरान उन्होंने प्रेस वार्ता कर सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने सरकार पर महिलाओं, युवाओं, गरीबों, पिछड़ों व दलितों का अपमान करने के साथ ही बेरोजगारी, महंगाई, व सरकारी संपत्तियों को बेचने का आरोप लगाने के साथ UP GIS 23 को सरकार की नौटंकी करार दिया।



धर्म के ठेकेदार परेशान
रामचरितमानस Ramcharitmanas को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद पहली बार जौनपुर पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य से प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान जब उनके शुद्र Shudra वाले बयान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने ब्राह्मणों Brahmins का नाम लिए बिना कहा कि समाज में कुछ लोग एक धर्म का ठेका ले कर बैठे है। जिस धर्म में महिलाओं , पिछड़ों, दलितों का बार बार अपमान किया गया हो, उसे कुछ लोग महान बता रहे हैं। सम्स्या किसी को नहीं बस धर्म के ठेकेदारो contractors को है। मैं तो मानता नहीं लेकिन अगर कोई ईश्वर है तो वह इन लोगों को सद्बुद्धि दें।    

सराकरी संपत्ति बेच रहे ताकी नौकरी न देनी पड़े
स्वामी प्रसाद मौर्य ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र की वर्तमान BJP सरकार देश की सारी सरकारी संपत्तियां, जहाज, हवाई अड्डे, LIC, एयर इंडिया और देश की विभिन्न सरकारी संपत्तियों को अपने पूंजीपति मित्रों capitalist friends को कौड़ीयों के भाव में बेच रही है ताकि नौजवानों को सरकारी नौकरी न देनी पड़े। GST जैसा काला कानून लाकर व्यापारियों को प्रताड़ित कर रही हैं। GST को सरकार ने व्यापारियों से धन उगाही का जरिया बना रखा है। इस सरकार से समाज का हर वर्ग परेशान हैं। लोग इस सरकार के नीतियों से त्रस्त हो चुके है।

GIS 23 सरकारी नाटक
उत्तर प्रदेश में चल रहे UP GIS 23 पर निशाना साधते हुए मौर्य ने कहा कि सरकार पिछले 5 सालों में कुछ नया नहीं कर पाई है। चुनाव नजदीक है और जनता को दिखाने के लिए कुछ नहीं है तो वह ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट Global Investors Summit का नाटक कर रही हैं। इससे न तो प्रदेश में रोजगार आने वाला है और न ही प्रदेश का विकास होने वाला है। जिस तरह से ईस्ट इंडिया कंपनी ने यहां आकर व्यवसाय किया। उसी तरह से बाहर की कंपनियां यहां आ रही हैं। 

Content Editor

Prashant Tiwari