वाराणसी: गेहूं के बाद अब आम की फसल पर प्रकृति की मार, किसान बेहाल

punjabkesari.in Tuesday, May 05, 2020 - 01:28 PM (IST)

वाराणसी: लॉकडाउन एवं कोरोना के संकट से किसान तो वेसे ही परेशान है। इसी बीच प्रकृति भी किसानों को परेशान कर रही है। पिछले एक हप्तें से मौसम ने किसानों की कटी फसल को बर्बाद कर रहा है। बेमौसम बरसात से किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है। ऐसे में किसान की चिंता बढ़ गई है। यूपी के इन जिलों में वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर आजमगढ़ सोनभद्र सहित जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश हुई है।  कई जिलों में पेड़ गिरे हैं। गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है।

बता देें कि जौनपुर में रात को आंधी और तेज बारिश से जगह-जगह पेड़ गिर गए। इससे आवागमन बाधित हो गया। आम की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। सिकरारा में शेरवा बन्सफा रोड पर शीशम का पेड़ गिरने से काफी देर तक मार्ग पर आवागमन रुका रहा। सुबह आसपास के लोगों ने पेड़ की डालियों को काट कर रास्ता साफ किया। नेवढिय़ा में भी कई जगह पेड़ गिर गए। करंजाकला के जसोपुर गांव में बिजली गिरने से दो भैंस मर गईं। तेज बारिश से शहरी क्षेत्र में कई जगह जलभराव हो गया है।


वहीं चंदौली जिले में मौसम की बेरुखी से गेहूं और आम की फसल को नुकसान पहुंचा है। वहीं खलिहान में रखे भूसा और गेहूं भीग गया, जबकि कई मार्गों पर जलभराव से लोगों के आवागमन में काफी दिक्कत हुई। गेहूं की कटाई और मढ़ाई जैसे शुरू हुई तब से मौसम खराब चल रहा है। चार से पांच दिन के अंतराल पर लगातार  हो रही बारिश से किसान बेबश नजर आ रहे है। देर रात आई तेज आंधी और पानी ने किसानों के सामने बड़ा संकट खड़ा कर दिया है। जिले के पीडीडीयू नगर, सकलडीहा, चहनियां, कमालपुर, कंदवा,  सैयदराजा, नियामताबाद शहाबगंज सहित अलग-अलग क्षेत्रों में किसानों का काफी नुकसान हुआ है।

  उद्यान विभाग के अनुसार जिले में पांच हेक्टेयर में आम की खेती होती है। इस आंधी और बारिश से 25 फीसदी से अधिक आम की फसल खराब हुई है।

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Ramkesh