विहिप ने माघ मेले में दर्शनार्थ रखा राम मंदिर का प्रस्तावित मॉडल

punjabkesari.in Sunday, Jan 12, 2020 - 06:25 PM (IST)

प्रयागराजः अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया है। ऐसे में मंदिर निर्माण कार्य की तेजी से तैयारी चल रही है। विश्व हिंदू परिषद ने रविवार को भव्य राम मंदिर के प्रस्तावित स्वरूप को अंतिम बार माघ मेले में दर्शनार्थ स्थापित किया है।

बता दें कि मंदिर के प्रस्तावित स्वरूप को सीतापुर के कलाकारों ने निशुल्क तैयार किया है। वही मंदिर के मॉडल को आम लोग भी देख सकेंगे। यह अंतिम बार माघ मेले में आम लोगों के दर्शनार्थ के लिए रखा गया है।

1989 में पहली बार स्थापित किया गया था राम मंदिर का स्वरूप
साल 1989 में पहली बार माघ मेले में ही राम मंदिर का स्वरूप स्थापित किया गया था। तब राम मंदिर आंदोलन के नायक विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल इस कार्यक्रम की अगुआई कर रहे थे। परेड ग्राउंड में स्थित शिविर में विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने अनावरण किया।

उदघाटन सत्र में क्षेत्रीय संगठन मंत्री अंबरीश सिंह ने कहा कि संगठन सामाजिक समरसता के लिए हिंदू समाज की एकता एवं वर्तमान समय में हिंदू समाज संस्कृत के समक्ष खड़ी चुनौतियों एवं ज्वलंत विषयों को चिंतन के लिए कार्यक्रम हो रहा है। आज की बैठक में केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हैं।

20 जनवरी को होगी विश्व हिंदू परिषद केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक
क्षेत्रीय संगठन मंत्री अंबरीश ने कहा- माघ मेले में 20 जनवरी को विश्व हिंदू परिषद केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक होगी। इस दौरान राम मंदिर निर्माण को लेकर मंडल महत्वपूर्ण निर्णय लेगा।21 जनवरी को संत सम्मेलन में राम मंदिर मुद्दे पर देशभर से आए साधु-संतों से मंथन होगा।

इस बैठक में धर्मांतरण, संस्कृति और पवित्र नदियों की रक्षा पर चर्चा होगी। इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए CM योगी और संघ के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया है। योगी इस बैठक में बतौर गोरक्ष पीठाधीश्वर शिरकत करेंगे। 

 

Ajay kumar