अयोध्या मामला: VHP ने बंद किया पत्थरों को तराशने का काम, रद्द किए सभी कार्यक्रम

punjabkesari.in Thursday, Nov 07, 2019 - 04:11 PM (IST)

अयोध्याः अयोध्या भूमि विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों को तराशने का काम बंद कर दिया है। इसके साथ ही संगठन की विभिन्न गतिविधियों से जुड़े सभी प्रस्तावित कार्यक्रम भी रद्द कर दिए गए हैं। विहिप ने 1990 के बाद से पहली बार पत्थरों को तराशने का काम बंद किया है।

प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि विहिप नेताओं ने पत्थरों को तराशने का काम बंद करने का फैसला लिया है। जिसके चलते इस काम में लगे सभी कारीगर अपने घर लौट गए हैं। विहिप के अनुसार 1.25 लाख घन फुट पत्थर पहले ही तराशा जा चुका है। संगठन का दावा है कि इतना पत्थर प्रस्तावित मंदिर की पहली मंजिल के निर्माण के लिए पर्याप्त है और शेष ढांचे के लिए 1.75 लाख घन फुट पत्थर अभी भी तराशा जाना है।

विहिप ने विवादित मुद्दे पर फैसला आने से पहले अपने कार्यकर्ताओं से शांति बरतने और उन्मादी जश्न का माहौल बनाने से बचने की अपील की। बता दें कि, विहिप ने राम मंदिर निर्माण कार्यशाला में 1990 में यहां राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों को तराशना शुरू किया था। उस समय समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। तब से कारीगर निर्बाध तरीके से यह काम कर रहे हैं।

विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने कार्यकर्ताओं को लिखे पत्र में कहा, 'यह हिंदू और मुसलमानों का मामला नहीं होना चाहिए। यह सच्चाई को स्वीकार करने के बारे में है। इसलिए, समाज में जश्न का उन्माद पैदा न करें और किसी को ताना न दिया जाए।' मामले में वकीलों की दलीलों और न्यायाधीशों की टिप्पणियों से संकेत मिलता है कि फैसला सच्चाई के पक्ष में होगा और समाज खुशी मनाएगा। 

Deepika Rajput