यूपी के स्थापना दिवस पर बोले उपराष्ट्रपति- राम को धर्म से जोड़ना सही नहीं

punjabkesari.in Wednesday, Jan 24, 2018 - 06:41 PM (IST)

लखनऊः उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने राम को धर्म से नहीं जोडऩे का आह्वान करते हुए बुधवार कहा कि भय, भ्रष्टाचार और भेदभाव से मुक्त शासन ही रामराज्य है। इसके लिये सभी को एकजुट होना होगा। नायडू ने उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पर कहा कि हम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ में विश्वास रखते हैं। भारत में रहने वाले सभी लोग भाई हैं, चाहे उनका धर्म और पूजा पद्धति कुछ भी हो। जाति मजहब के आधार पर किसी पर हमला करना सही नहीं है।

उन्होंने कहा कि हर विषय को मजहब की दृष्टि से नहीं देखना चाहिए। भगवान राम का नाम भी धर्म से नहीं जोडऩा चाहिए। सभी को राम को एक आदर्श व्यक्ति के रूप में देखना चाहिये। हिन्दू कोई मजहब नहीं है, यह एक जीवन पद्धति है। नायडू ने कहा कि महात्मा गांधी ने रामराज्य की परिकल्पना की थी। भय, भ्रष्टाचार और भेदभाव मुक्त राज्य ही रामराज्य है। इसके लिये देश में सभी लोगों को जाति और धर्म की राजनीति से उबरकर एकजुट होना पड़ेगा। देश को तेजी से आगे बढ़ाने के लिये हमारे पास स्थिर सरकार और अच्छा माहौल है।

उन्होंने कहा कि देश को मजहब, जाति अैर पैसे की राजनीति से मुक्त करना होगा। देश में लोगों में सोच में बदलाव आना चाहिये। ब्रिटिश हुकूमत से पहले भारत का सकल घरेलू उत्पाद 27 प्रतिशत था। इस वक्त हम सात या साढ़े सात प्रतिशत की बात कर रहे हैं। यह स्थिति आपस में झगड़े के कारण पैदा हुई। हमें फिर से मिलकर काम करना होगा। हमें जाति, धर्म, मजहब, लिंग भेद से अलग होकर काम करते हुए भारतीयता को कायम रखना होगा।

नायडू ने उत्तर प्रदेश सरकार की ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ योजना का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने इसके जरिए रोजगार की सम्भावना पैदा की है। योगी ने कहा कि उनकी सरकार ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट‘ योजना के जरिये 20 लाख नौजवानों को रोजगार देगी। राज्यपाल राम नाईक ने इस मौके पर कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी को धन्यवाद देते हैं कि उनके सुझाव को मानकर ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ मनाया जा रहा है।  उत्तर प्रदेश दिवस के साथ साथ लखनऊ महोत्सव का शुभारंभ किया गया।