Video: चार राज्यों में दम दिखा 2024 की राह बना रही बसपा, I.N.D.I.A और NDA से दूरी बनाने की जानिए बड़ी वजह ?

punjabkesari.in Sunday, Oct 01, 2023 - 06:32 PM (IST)

लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले चार राज्यों के विधानसभा चुनाव बसपा के लिए बेहद अहम हैं… इन राज्यों में मायावती अपना पूरा दमखम दिखाने में जुटी है... इन राज्यों में बेहतर प्रदर्शन के जरिए वो लोकसभा चुनाव की राह तैयार करना चाह रही है... यही वजह है कि अभी तक INDIA और NDA से दूरी बनाकर चल रही बसपा राज्यों में गठबंधन के द्वार खोलती जा रही है... लोकसभा चुनाव से पहले चार राज्यों के विधानसभा चुनाव बसपा के लिए बेहद अहम हैं… इन राज्यों में मायावती अपना पूरा दमखम दिखाने में जुटी है... इन राज्यों में बेहतर प्रदर्शन के जरिए वो लोकसभा चुनाव की राह तैयार करना चाह रही है... यही वजह है कि अभी तक INDIA और NDA से दूरी बनाकर चल रही बसपा राज्यों में गठबंधन के द्वार खोलती जा रही है... इसी रणनीति के तहत उसने छत्तीसगढ़ में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से गठबंधन किया है... बसपा प्रमुख मायावती पिछले विधानसभा चुनाव से ही ये बात कह रही हैं कि वो पंजाब के अलावा किसी भी विधानसभा चुनाव या लोकसभा चुनाव में गठबंधन नहीं करेगी... वो अकेले ही चुनाव मैदान में जाएगी...

इसके बाद उन्होंने पंजाब के साथ ही हरियाणा में गठबंधन की बात कही... लेकिन जब NDA के मुकाबले इंडिया गठबंधन बना तभी से बसपा दोनों से दूरी बनाए हुए हैं... वहीं दूसरी ओर इस साल पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में से चार राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में बसपा ने पूरी ताकत झोंक दी है... ताकि विधानसभा के जरिए लोकसभा की राह आसान बना सके....

जानकारों का कहना है कि बसपा पहले इन चार राज्यों में अपनी पूरी ताकत दिखाना चाहती है… इसकी वजह है कि यहां बसपा का जनाधार रहा है… बसपा ने 2018 में राजस्थान में 6 सीटें जीती थीं… वहीं मध्य प्रदेश में दो सीट जीती थी… छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और दो सीटें जीती थीं… तेलंगाना में हालांकि किसी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई थी लेकिन 3 प्रतिशत वोट मिले थे… यही वजह है कि इन राज्यों में प्रदर्शन को और बेहतर करके बसपा अपनी ताकत दिखाना चाहती है...

चार राज्यों के विधानसभा चुनाव बसपा के लिए कितने अहम हैं, ये इसी बात से समझा जाता है कि गठबंधन से इनकार कर रही बसपा ने अब छत्तीसगढ़ में जीजीपी के साथ गठबंधन किया है... यहां पिछले विधानसभा चुनाव में बसपा को 3.87 प्रतिशत वोट मिले थे... और दो सीटों पर जीत हासिल की थी... वहीं जीजीपी को सिर्फ 1.73 प्रतिशत ही वोट मिले थे... और कोई सीट नहीं मिली थी... इस बार गठबंधन में बसपा 57 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और जीजीपी 37 सीटों पर.... इसके जरिए भी बसपा को ये जताने का मौका मिलेगा कि उसकी ताकत अभी कम नहीं हुई है... राजनीतिक दल उसके साथ आने को तैयार हैं... वहीं जीजीपी का आदिवासी बहुल इलाकों में प्रभाव है... उसका फायदा मिला तो फिर कुछ सीटें भी हासिल कर सकती है...

इसी तरह राजस्थान और मध्य प्रदेश में प्रदर्शन बेहतर होता है, तो इसका फायदा लोकसभा चुनाव में मिलेगा… फिलहाल बसपा भले ही एनडीए और इंडिया से दूरी बनाए हुए है लेकिन, लोकसभा चुनाव से पहले यदि कोई सूरत बनती है तो सीट शेयरिंग में इन चार राज्यों के प्रदर्शन का फायदा मिलेगा… यूपी के अलावा इन राज्यों में भी वो लोकसभा सीटों की दावेदारी कर सकेगी.. लेकिन सवाल है कि आखिर मायावती जाएंगी किधर। 

Content Writer

Ramkesh