बदहाली की इंतहा! गौशाला में भूख-प्यास से दम तोड़ रहे गोवंश, चारों ओर बिखरे पड़े कंकाल

punjabkesari.in Thursday, Nov 18, 2021 - 05:27 PM (IST)

उन्नाव: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार गौरक्षा और गौसेवा के कितने भी दावे कर ले लेकिन उनके अधिकारी ही दावों की पोल खोलते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला उन्नाव से सामने आया है। यहां जनपद के विकास खण्ड मियागंज में संचालित अस्थायी गौशाला मल्हिमऊ में देख रेख के अभाव में गोवंश अपना दम तोड़ रहे हैं। जिसकी सूचना ग्रामीणों के द्वारा लगातार ग्राम प्रधान और सचिव को दी जा रही है, लेकिन सूचना के बाद भी गोवंशों का बुरा हाल है। गोवंश चारा-पानी व इलाज के अभाव में आए दिन मर रहे है। वहीं इसमें जितना जिम्मेदार ग्राम प्रधान और सचिव हैं उससे कहीं ज्यादा जिम्मेदार पशु चिकित्सक भी है।


बता दें कि उन्नाव जनपद की अस्थायी गौशाला मल्हिमऊ में कुल 28 गोवंश हैं जिनको समय से चारा-पानी व सही इलाज न मिलना उनकी मौत का कारण बन रहा है। गौशाला में लगभग एक सप्ताह से गौवंश मरणासन की स्थिति में पड़े हैं और कई मर चुके हैं लेकिन उस पर किसी का भी ध्यान नहीं जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में कई गाय मर चुकी हैं जिनको जिम्मेदारों के द्वारा बगल में बनी खाई में फेंक दिया जाता है।


इस मामले को लेकर उन्नाव सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने जब गौशाला का निरिक्षण किया तो उन्होंने शिकायतों को सही पाया। कई गौवंश मरने की कगार पर थे व गौशाला की स्थिति भी काफी ख़राब थी। वहीं सीडीओ ने बताया की हरे चारे अनुपलब्धता और कुछ गौवंश मरणासन की स्थिति में पाई गई थी जिसमें से एक गाय को सही उपचार हेतु जिला केंद्र भेजा गया था।



सीडीओ ने कहा कि इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई थी, लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं मिल सकी है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को रिपोर्ट के साथ बुलाया गया है। रिपोर्ट का अध्ययन, और समीक्षा करके उचित कार्यवाही की जाएगी।

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Umakant yadav