Loksabha Election 2024: क्या है लोकसभा सीट फतेहपुर सीकरी का इतिहास, क्या बसपा कर पाएगी भाजपा के वोट बैंक में सेंधमारी ?
punjabkesari.in Saturday, Mar 30, 2024 - 04:54 PM (IST)

Loksabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से एक फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट है। यह सीट साल 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी। इस सीट पर अभी तक सिर्फ तीन बार ही चुनाव हुए हैं। साल 2009 में पहली बार हुए चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने यहां जीत दर्ज की थी। फिर 2014 में आई मोदी लहर में यह सीट भारतीय जनता पार्टी के खाते में गई थी और चौधरी बाबूलाल एकतरफा चुनाव जीते थे। जिसके बाद 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में राजकुमार चाहर को अपने सिंबल पर उतारा था और राजकुमार चाहर ने 4 लाख 95 हजार वोटों के विशालकाय अंतर से जीत दर्ज की थी।
फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा
आपको बता दें कि फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट के अंतर्गत आगरा जिले की कुल 5 विधानसभा सीटें आती हैं...जिसमें आगरा ग्रामीण, फतेहपुर सीकरी, खेरागढ़, फतेहाबाद और बाह विधानसभा सीटें शामिल है।
अगर 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों पर नजर डालें तो यहां की सभी पांच विधानसभा सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी। इससे पहले हुए साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला था तब भी भारतीय जनता पार्टी ने सभी पांच सीटों पर अपना कब्जा जमाया था।
फतेहपुर सीकरी में कुल मतदाता
इस बार होने वाले लोकसभा चुनाव में फतेहपुर सीकरी में कुल मतदाताओं की संख्या 16 लाख 92 हजार 961 है। कुल मतदाताओं में पुरुष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 24 हजार 551, महिला मतदाताओं की संख्या 7 लाख 68 हजार 357 और ट्रांसजेंडर के कुल 53 मतदाता शामिल हैं।
एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर
अगर 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के परिणामों पर नजर डालें तो भाजपा की ओर से चुनावी मैदान में उतरे राजकुमार चाहर ने 4 लाख 95 हजार 065 वोटो के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी। राजकुमार चाहर को कुल 6 लाख 67 हजार 147 वोट मिले थे तो वहीं कांग्रेस के राज बब्बर को कुल 1 लाख 72 हजार 082 वोट मिले थे और वो दूसरे नंबर पर रहे थे, बसपा के श्रीभगवान शर्मा 1 लाख 68 हजार 043 वोट के साथ तीसरे नंबर पर रहे थे।
एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर
अब एक नजर 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर बीजेपी के चौधरी बाबूलाल ने 4 लाख 26 हजार 589 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था। तो वहीं बहुजन समाज पार्टी की सीमा उपाध्याय 2 लाख 53 हजार 483 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रही थी. जबकि समाजवादी पार्टी की रानी पक्षालिका सिंह को 2 लाख 13 हजार 397 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर
साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव की बात करें तो बीएसपी की सीमा उपाध्याय ने 2 लाख 9 हजार 466 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी तो वहीं कांग्रेस के राज बब्बर 1 लाख 99 हजार 530 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे। जबकि बीजेपी के राजा महेंद्र अरिदमन सिंह को 1 लाख 54 हजार 373 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।
मुकाबला बेहद दिलचस्प और त्रिकोणीय हो गया है
भाजपा ने फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से एक बार फिर जाट समुदाय से आने वाले राजकुमार चाहर पर भरोसा जताया है अगर फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट के जातिगत समीकरण पर नजर डालें तो यहां ब्राह्मण वोट सबसे अधिक संख्या में है जो किसी भी उम्मीदवार की जीत में एक अहम भूमिका निभाते हैं और यही कारण है कि बहुजन समाज पार्टी ने यहां से लगातार चौथी बार ब्राह्मण चहरे को मैदान में उतारा है। बसपा की ओर से इस बार रामनिवास शर्मा कमान संभालेंगे। ब्राह्मण वोट के बाद जाट और क्षत्रिय वोट भी इस लोकसभा सीट में अच्छी खासी संख्या में है। कांग्रेस और सपा के गठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई है। हालांकि कांग्रेस ने अभी तक इस सीट पर अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। बसपा के आने से इस सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प और त्रिकोणीय हो गया है। ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि बसपा के राम निवास शर्मा भाजपा के वोट बैंक में सेंधमारी कर सकते है...जिससे कांग्रेस को फायदा हो सकता है।