जब रो पड़ी प्रियंका: आगरा में मृतक सफाईकर्मी के परिवार से की मुलाकात, दो बेटियों की शादी का खर्च उठाने का दिलाया भरोसा

punjabkesari.in Thursday, Oct 21, 2021 - 10:05 AM (IST)

आगरा: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने चोरी के आरोप में पूछताछ के दौरान पुलिस हिरासत में मृत सफाईकर्मी अरूण वाल्मीकि के परिजनो से मुलाकात की और उन्हे न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। वाड्रा रात करीब 11 बजे मृतक के ताजगंज स्थित आवास पहुंची जहां उन्होंने मृतक की पत्नी और मां से मुलाकात की। अरुण की पत्नी सोनम और मां कमला ने रोते हुए उन्हें पुलिस की बर्बरता की कहानी सुनाई तो प्रियंका खुद रोक न सकी और उनकी आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने सोनम का हाथ पकड़कर, गले लगाकर ढाढ़स बंधाया। साथ ही, परिवार की दो बेटियों की शादी का खर्च उठाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय की लड़ाई में पूरा सहयोग देने की भी बात की।  
   

बता दें कि प्रियंका बुधवार पूर्वान्ह आगरा के लिये निकली थी मगर आगरा एक्सप्रेस वे के इंट्री प्वाइंट पर उनके काफिले को रोक लिया गया। पुलिस अधिकारियों ने कानून व्यवस्था बिगड़ने का अंदेशा जताते हुये कांग्रेसी नेता से वापस लौटने का अनुरोध किया मगर वह आगरा जाने पर अड़ी रहीं। करीब 100 वाहनों के काफिले में मौजूद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने इस बीच जमकर नारेबाजी की। वाड्रा के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और प्रमोद कृष्णम भी थे। इस दौरान पार्टी समर्थकों और पुलिस अधिकारियों के बीच नोकझोंक और धक्का मुक्की भी हुयी। अधिकारियों ने पार्टी महासचिव को आश्वस्त किया कि मृतक सफाईकर्मी के अंतिम संस्कार के बाद उन्हे जाने की इजाजत दे दी जायेगी लेकिन कांग्रेसियों के शोर गुल और ट्रैफिक पर बढते दवाब के चलते उन्हे हिरासत में ले लिया गया।


वाड्रा को ले जाने के दौरान भी पुलिस और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के बीच धक्का मुक्की हुयी। उन्हे पुलिस लाइन ले जाया गया जहां करीब एक घंटा रखने के बाद शाम करीब साढे पांच बजे आगरा जाने की इजाजत दे दी गयी। हिरासत में लिये जाते वक्त श्रीमती वाड्रा ने कहा कि उनके रास्ते पर यूपी सरकार जितने भी रोड़े बिछाये, उनके कदम पीछे नहीं हटेंगे।  इससे पहले पुलिस के रवैये की आलोचना करते हुये श्रीमती वाड्रा ने ट्वीट किया ‘‘ अरुण वाल्मीकि की मृत्यु पुलिस हिरासत में हुई। उनका परिवार न्याय मांग रहा है। मैं परिवार से मिलने जाना चाहती हूं। उप्र सरकार को डर किस बात का है। क्यों मुझे रोका जा रहा है। आज भगवान वाल्मीकि जयंती है, पीएम ने महात्मा बुद्ध पर बड़ी बातें की, लेकिन उनके संदेशों पर हमला कर रहे हैं।'' विधानसभा चुनाव से पहले सड़क पर उतर कर कांग्रेस में प्राण फूंकने की लगातार कोशिश कर रही श्रीमती वाड्रा ने आगरा की घटना की आज सुबह भर्त्सना करते हुये राज्य की योगी सरकार को एक बार फिर कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा।


उन्होने ट्वीट किया ‘‘ किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है। आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है। भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है। उच्चस्तरीय जांच व पुलिस वालों पर कारर्वाई हो व पीड़ति परिवार को मुआवजा मिले।'' इसके बाद कांग्रेस महासचिव ने आगरा जाने का फैसला किया और पूर्व प्रत्याशी प्रमोद कृष्णम के साथ आगरा के लिये रवाना हो गयी। कांग्रेस के सूत्रों का कहना था कि पार्टी महासचिव पुलिस हिरासत में जान गँवाने वाले सफाईकर्मी की माँ एवं परिजनों मुलाकात करेंगी। अभी वह आगरा एक्सप्रेस के इंट्री प्वाइंट पर पहुंची थी कि पुलिस ने उनके काफिले को रोक लिया। 
     

काफिले को रोके जाने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हुयी। पुलिस का कहना था कि आगरा में तनाव भरे हालात के बीच श्रीमती वाड्रा का जाना उचित नहीं होगा मगर कांग्रेस महासचिव जाने पर अड़ी रही। पुलिस अधिकारियों ने हालांकि इससे पहले आश्वस्त किया था कि आगरा में सफाईकर्मी के अंतिम संस्कार के बाद काफिले को जाने की इजाजत दे दी जायेगी।

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Umakant yadav