जहां दिखे सपाई, वहां बिटिया घबराई... खटाखट करने वालों को उपचुनाव में सफाचट करेगी जनता: योगी
punjabkesari.in Friday, Nov 08, 2024 - 03:25 PM (IST)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर सीएम योगी ने आज NDA प्रत्याशी मिथलेश पाल के लिए चुनावी जनसभा करने के लिए मीरपरु पहुंचे। सीएम योगी ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी पर बड़ा हमला बोला। सीएम योगी ने कहा ने समाजवादी पार्टी शासनकाल के दौरान एक नारा बहुत प्रचलित था जहां दिखे सपाई वहां बिटिया घबराई। सीएम योगी ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी को घेरा। उन्होंने इस दौरान इंडिया गठबंधन पर जमकर तंज कसा। सीएम ने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी अब खटाखट शुरू हो गई है। राहुल गांधी ने खटा खटा का जनता के साथ झूठा वादा किया जब उपचुनाव में प्रदेश की जनता जवाब देने के लिए तैयार बैठी है।
मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि पांच अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री मोदी ने अनुच्छेद 370 और 35ए को समाप्त करके कश्मीर घाटी में आतंकवाद के ताबूत में अंतिम कील ठोकने का काम किया। उन्होंने कहा, ‘‘संसद द्वारा स्वीकृत इस ऐतिहासिक निर्णय ने संविधान से जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया। इसके बाद दुनिया ने एक नए शक्तिशाली भारत को देखा जो शांतिपूर्ण था लेकिन अपनी रक्षा के लिए दृढ़ था।'
मुख्यमंत्री ने अपनी संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया और कहा कि राष्ट्र अपनी पहचान तथा एकता की रक्षा के लिए कोई भी बलिदान देने के लिए तैयार है। उन्होंने कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर की आपत्ति के बावजूद कांग्रेस ने संविधान में अनुच्छेद 370 को शामिल किया, जिससे कश्मीर हिंसा और आतंकवाद के रास्ते पर चला गया।
आदित्यनाथ ने इसके बाद के घटनाक्रम को याद किया, जिसमें व्यापक हिंसा, कश्मीरी पंडितों की लक्षित हत्याएं और भारत के समर्थन में आवाज उठाने वाले किसी भी व्यक्ति पर क्रूर हमले शामिल थे। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने शुरू में अनुच्छेद 370 को ‘अस्थायी प्रावधान' करार दिया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने ही इसे खत्म करने का साहसिक कदम उठाया। आज कश्मीर नए शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल, उद्योग और सुरक्षा की नई भावना के साथ प्रगति के पथ पर अग्रसर है।'
आदित्यनाथ ने कहा कि अनुच्छेद 370 बहाल नहीं हो सकता और न ही होगा। उन्होंने कहा कि यह सामूहिक हिंसा, आतंकवाद और असंख्य निर्दोष लोगों के नरसंहार का मूल कारण था। उन्होंने कहा कि इसने धार्मिक चरमपंथ को बढ़ावा देकर और क्षेत्र को आतंकवाद का गढ़ बना दिया जिसने कश्मीर के सामाजिक सद्भाव और सौंदर्य को नष्ट कर दिया।