विपक्षी नेताओं का रहस्यमय जमावड़ा! कौन सी फिल्म देखने दिल्ली पहुंचे अखिलेश यादव? साथ में थे अरविंद केजरीवाल- जानिए कैसी लगी कहानी?
punjabkesari.in Tuesday, Dec 16, 2025 - 08:03 AM (IST)
Lucknow News: राजधानी दिल्ली में बीते सोमवार को एक फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान विपक्षी नेताओं का जमावड़ा देखने को मिला। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी समेत कई बड़े विपक्षी नेता फिल्म देखने पहुंचे। दिल्ली में दिखाई गई इस फिल्म का नाम ‘पारो पिनाकी’ है, जिसकी कहानी एक गंभीर सामाजिक मुद्दे पर आधारित है।
संजय सिंह की बेटी इशिता सिंह ने बनाई फिल्म
फिल्म ‘पारो पिनाकी’ आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की बेटी इशिता सिंह ने बनाई है। सोमवार को इसकी विशेष स्क्रीनिंग रखी गई थी। इसी वजह से बड़ी संख्या में विपक्षी नेता इस कार्यक्रम में शामिल हुए। संजय सिंह को विपक्ष का मजबूत चेहरा माना जाता है, इसलिए अलग-अलग दलों के नेता एकजुट होकर इस मौके पर पहुंचे। इशिता सिंह एक्ट्रेस भी हैं और इससे पहले फिल्म ‘मुल्क’ में काम कर चुकी हैं। इसके साथ ही वह राजनीति में भी सक्रिय रहती हैं। वह उत्तर प्रदेश में अपने पिता के समर्थन में कई रैलियों और सभाओं में भाषण दे चुकी हैं। उनका बोलने का अंदाज भी अपने पिता की तरह आक्रामक माना जाता है।
अखिलेश यादव ने की फिल्म की तारीफ
फिल्म देखने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसकी सराहना की। उन्होंने कहा कि यह फिल्म एक ऐसे सामाजिक मुद्दे को उठाती है, जिस पर आमतौर पर कोई बात नहीं करना चाहता। फिल्म दिखाती है कि किस तरह कुछ लोगों को बेहद कठिन हालातों में काम करना पड़ता है। उनके पास आधुनिक साधन तक नहीं होते और कई बार उन्हें अपनी जान तक गंवानी पड़ती है। इसके बावजूद उन्हें समाज में सम्मान नहीं मिलता। अखिलेश यादव ने फिल्म को एक अच्छी और जरूरी पहल बताया।
अरविंद केजरीवाल बोले—फिल्म ने दो बड़े मुद्दे उठाए
फिल्म देखने के बाद आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ‘पारो पिनाकी’ एक बेहद अच्छी फिल्म है और इसके लिए वह डायरेक्टर और एक्ट्रेस को बधाई देते हैं। केजरीवाल ने बताया कि फिल्म में दो बड़े और गंभीर मुद्दों को उठाया गया है। पहला, आज भी 21वीं सदी में कुछ लोगों को नालों में उतरकर सफाई करनी पड़ती है, जिसमें कई लोगों की जान जा चुकी है। दूसरा, फिल्म में लड़कियों की खरीद-फरोख्त जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दे को भी दिखाया गया है।

