मायावती कब किससे समझौता कर लें,कुछ नहीं कहा जा सकता:अखिलेश

punjabkesari.in Wednesday, Feb 15, 2017 - 07:12 PM (IST)

लखनऊ : समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जनता को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा समेत किसी भी दल से कोई तालमेल ना करने का दावा जताने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती के झांसे में नहीं आने की सलाह देते हुए कहा कि बसपा की नेता कब किससे समझौता कर ले, कुछ नहीं कहा जा सकता। 

पत्थर वाली सरकार की नेता भी धोखा देने के लिए तैयार
मुख्यमंत्री ने उन्नाव के बांगरमउ में सपा प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित चुनावी रैली में कहा ‘‘यह पत्थर वाली सरकार भी धोखा देने के लिए तैयार है। आज आपने अखबार में पढ़ा होगा कि हमारी बुआ (मायावती) ने कहा कि हम विपक्ष में बैठेंगे। हम सरकार नहीं बनाएंगे। अभी तो दूसरे चरण का मतदान नहीं खत्म हुआ और वह पहले से ही विपक्ष में बैठने लगीं। याद रखना कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा को बसपा का वोट दिलवा दिया था। बहुत सावधान रहना इस पत्थर वाली सरकार की नेता से।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस पत्थर वाली सरकार के चक्कर में नहीं पडऩा। यह कब किससे समझौता कर ले, कुछ पता नहीं। वह (मायावती) पहले भी (भाजपा के साथ) रक्षाबंधन मना चुकी हैं, क्या पता, कहीं फिर से ना मना लें।’’ 

भाजपा के साथ गठबंधन पर मायावती ने दिया था बयान 
मालूम हो कि मायावती ने मंगलवार को अपनी रैलियों में कहा था कि भाजपा ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई है कि बसपा चुनाव के बाद उसके साथ गठबंधन करके सरकार बनाएगी। दरअसल, बसपा किसी भी दल को ना तो समर्थन देगी और ना ही लेगी। इसके बजाय वह विपक्ष में बैठना पसंद करेगी। नोटबंदी के मुद्दे पर केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को घेरते हुए अखिलेश ने कहा कि 500 और हजार रुपए के नोट बंद करके पूरे देश को कतारों में खड़ा कर दिया गया। सारा धन बैंकों में जमा कर लिया गया और आतंकवाद भी खत्म नहीं हुआ।