ठंड का मारा.. दिल बेचारा, देश में क्यों बढ़ रहे हैं Heart attack के मामले?, क्या आने वाली है बड़ी आपदा?

punjabkesari.in Wednesday, Jan 11, 2023 - 03:26 PM (IST)

कानपुर (रानू मिश्रा): कभी डांस करते गिर रहे लोग तो कभी बैठे-बैठे जमीन पर गिरते लोग... तो कभी जिम करते वक्त अचानक दुनिया को अलविदा बोल रहे लोग... आखिर इस दुनिया को ये हुआ क्या... अभी तक दुनिया कोरोना से भुगत रही थी.. लेकिन पिछले कई महीनों से हार्ट अटैक एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है... अभी तक आपने हार्ट अटैक से मरने वालों के वायरल वीडियो खूब देखे होंगे... लेकिन यूपी का एक ऐसा शहर है जहां इन दिनों हार्ट अटैक से हाहाकार मचा हुआ है.. कानपुर में एक- दो नहीं बल्कि हार्ट अटैक से 98 लोगों की मौत हो गई है... डॉक्टर हैरान हैं कि आखिर इस शहर को ये हुआ क्या है... आखिर यूपी के इस शहर में ऐसा क्यों हो रहा हैं? क्या सर्दी बन रही है हार्ट अटैक की वजह?

दरअसल, यूपी के कानपुर में जिस तरीके से हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक से से 98 लोगों की मौत हुई है.. उसने हर किसी की नींद उड़ा दी है.. कानपुर के एलपीएस हृदय रोग संस्थान की ओर से बताया गया कि, भीषण सर्दी के चलते शनिवार को 14 लोगों की हार्ट अटैक से मौत हुई है.. इनमें 6 लोगों की इलाज के दौरान संस्थान के भीतर मौत हुई जबकि 8 लोग जब अस्पताल लाए गए थे, तब उनकी हार्ट अटैक से मौत हो चुकी थी.. बीते एक हफ्ते में 98 लोगों की हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक से मौत हुई है.. जबकि, 44 लोगों की ही मौत अस्पताल में हुई और 54 लोग अस्पताल लाए जाने से पहले ही दम तोड़ चुके थे।

क्या ठंड बन रही है हार्ट अटैक की वजह?
कानपुर में जिस प्रकार से हार्ट अटैक से 98 लोगों की मौत हुई है.. उससे हर कोई हैरान है.. कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल के डायरेक्टर विनय कृष्णा के मुताबिक,ज्यादा ठंड की वजह से नसें सिकुड़ जाती हैं. कई लोगों के नसों में कोलेस्ट्रॉल की रुकावट पहले से होती है और फिर सर्दी में नस सिकुड़ती है. अगर ये रुकावट 40 फीसदी थी तो नसों के सिकुड़ने के बाद 60 से 80 फीसदी तक बढ़ जाती है.. ठंड में हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर बढ़ने की ये सबसे बड़ी वजह है।

सर्दी में दिल डाउन!
सर्दी में दिल के मरीजों को खतरा ज्यादा बढ़ जाता है...
सर्दी में दिल के मरीजों को हार्ट अटैक का खतरा 31% ज्यादा
ठंड की चपेट में ज्यादातर उम्रदराज लोग आ रहे हैं
ठंड में नसें सिकुड़ने के साथ ज्यादा सख्त हो जाती हैं
नसों को एक्टिव करने के लिए ब्लड का फ्लो बढ़ जाता है
ब्लड फ्लो बढ़ने से ब्लड प्रेशर की आशंका बढ़ जाती है और हार्ट की संभावना तेज हो जाती है।

वहीं LPS हास्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ संतोष सिन्हा के मुताबिक, ठंड में नींद के दौरान हार्ट अटैक के खतरा ज्यादा बढ़ जाता है.. सोते समय बाड़ी की एक्टिविटी धीमी हो जाती है.. साथ ही सोते समय ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल कम हो जाता है... जिसकी वजह से ठंड में दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है... इसके अलावा सर्दियों में पसीना कम निकलता है और शरीर में पानी की मात्रा ज्यादा हो जाती है.. वही पानी फेफड़ों में जाकर जम जाता है जिसकी वजह से हार्ट को काम करने में दिक्कत होती है और हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।

हार्ट अटैक से कैसे बचा जा सकता है?
हार्ट अटैक से बचने के लिए विटामिन डी की सख्त जरूरत होती है
विटामिन डी दिल को दुरुस्त रखने के लिए बेहद जरूरी होता है
विटामिन डी से BP सामान्य रहता है और हाइपरटेंशन से बचाता है
तला भुना खाना कम से कम खाएं.. बेहतर है कि शराब के सेवन न करें

ठंड के दौरान ज्यादा पानी पीने से बचें
देश में आए दिन हार्ट अटैक के केस बढ़ते जा रहे हैं.. इंडियन हार्ट एसोसिएशन की मानें तो भारत में हार्ट अटैक के लगभग 50 फीसदी मामले 50 साल से कम और 25 फीसदी मामले 40 साल से कम उम्र के लोगों में देखने को मिल रहे हैं। वहीं WHO के मुताबिक, भारत के शहरों में रहने वाले 12 फीसदी और गांवों में रहने वाले करीब 10 फीसदी लोगों में किसी ना किसी तरह की दिल की बीमारियां हैं.. देश में होने वाली कुल मौतों में से 28 फीसदी मौतें दिल की बीमारियों से होती हैं. हर साल करीब 20 लाख लोगों की मौत हार्ट अटैक से होती है. देश में हर 7 मिनट में 2 हार्ट अटैक के केस सामने आते हैं। एक्सपर्ट बताते हैं कि अगर कार्डियक अरेस्ट के पहले कुछ मिनटों में सीपीआर किया जाए तो यह किसी व्यक्ति के बचने की संभावना को दोगुना कर सकता है। 

Content Editor

Anil Kapoor