इंस्पेक्टर सुबोध की पुण्य तिथि पर पत्नी ने उठाया सवाल-जिन दोषियों को जेल में रहना था वे बाहर घूम रहे

punjabkesari.in Wednesday, Dec 04, 2019 - 01:03 PM (IST)

बुलंदशहर: पिछले वर्ष जिले के सयाना थाना क्षेत्र के एक खेत में गौवंश के अवशेष पाए जाने पर हुए बवाल में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी। सुबोध की याद में उनके पैतृक गांव तरीगंवा में आज प्रथम पुण्यतिथि पर परिजनों ने याद किया। इस अवसर पर कर्मठ पुलिस पुरष्कार से पुलिस कर्मियों को नवाजा गया। बता दें कि कार्यक्रम में जिले के आला अधिकारी मौजूद रहे।

इस अवसर पर स्वर्गीय सुबोध के पुत्र श्रेय ने योगी सरकार द्वारा किये वादे को एक वर्ष बाद भी पूरा न होने पर निराशा प्रकट की है। श्रेय ने कहा कि सरकार अपने किए गए वादे को पूरा नहीं किया और न ही शहीद के गांव में कोई विकास हुआ है। श्रेय ने कहा कि हमारी एक ही माँग थी कि पिता के हत्यारे को सजा मिले। लेकिन हत्यारे को 6 महीने बाद ही जमानत मिल गयी। जबकि उनको कम से कम 3 साल तक जमानत नहीं मिलनी चाहिए थी  जिससे समाज को  मैसेज जाता। श्रेय ने कहा कि सरकार ने सुबोध के नाम पर गांव में स्कूल बनवाने का वादा किया था लेकिन  एक वर्ष पूर्व ही 16 बीघा जमीन सरकार को दान देने के बावजूद अभी तक स्कूल बनवाने की कोई कार्रवाई नहीं हुई है। 

सुबोध की पत्नी रजनी सिंह ने पुलिस कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस ने अभी तक सुबोध का पिस्टल और मोबाइल बरामद नहीं किया है। पुलिस चाहे तो क्या नहीं कर सकती लेकिन पुलिस ने अपना पूरा काम नहीं किया। यदि  ईमानदारी से पुलिस कार्य करती तो उनका पिस्टल, मोबाइल बरामद कर ली होती।  हमारी तो एक ही मांग थी जो इस कार्य  के दोषी हैं उनको जेल में रहना चाहिए  लेकिन वे तो  जेल से बाहर हंै। हम इस बात से दुखी हैं कि वह जेल से बाहर क्यों हैं। । कुछ लोग बोलते हंै कि उनका भी हक है जेल से बाहर रहने का तो मैं उन लोगों को बताना चाहती हूं कि वह एक बार वीडियो देखेंं। वे लोग जिस तरह का कार्य कर रहे हैं उन्हें तो जेल में ही रहने का अधिकार है। मुझे नहीं लगता कि उन्हें जेल से बाहर आना चाहिए। अब तक कुछ भी काम नहीं हुआ है। 


 
रजनी सिंह ने कहा कि उन्होंने कितने 10,000 के इनामी बदमाश को किस तरीके से पकड़ा है। पुलिस को सारी जानकारी मिल ही जाती है। कहीं ना कहीं से तो अब इनका पिस्टल और इनका मोबाइल कहां है इसका कोई सुराग नहीं मिला है। तो इसमें थोड़ा संदेह पैदा होता है कि  इतने बड़े बदमाश भी नहीं थे कि पता नहीं लगाया जा सकता है।  यह पुलिस का काम अभी अधूरा है इसे पुलिस को पूरा करना चाहिए।

गौरतलब है कि 3 दिसम्बर 2018 को बुलंदशहर के सयाना थाना क्षेत्र के एक खेत में गौवंश के अवशेष पाए जाने पर बवाल हुआ था।  जिसमें इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी। जिनकी याद में सुबोध के परिजन और पुलिस के आलाधकिारी पुण्यतिथि मना रहे हैं। 

Ajay kumar