शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी: अब नहीं कटेगा  ''सेल्फी'' न भेजने वालों का वेतन

punjabkesari.in Wednesday, Jul 24, 2019 - 09:37 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में सुबह प्रार्थना के दौरान 'सेल्फी' खींचकर ना भेजने वाले शिक्षकों का वेतन काटने का फैसला राज्य सरकार ने वापस ले लिया है। प्रदेश की बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल ने मंगलवार को विधान परिषद में शून्यकाल के दौरान कार्यस्थगन की एक सूचना पर सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि सेल्फी ना भेजने वाले शिक्षकों का उस दिन का वेतन काटने का आदेश वापस ले लिया गया है।

शिक्षक दल के नेता ओम प्रकाश शर्मा, हेम सिंह पुण्डीर और अन्य सदस्यों ने सूबे के विभिन्न जिलों के जिलाधिकारियों द्वारा गत 20 जून को पत्र के माध्यम से सरकारी प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को रोज सुबह पाठशाला में प्रार्थना के दौरान सेल्फी खींचकर जिम्मेदार अधिकारी को भेजने के आदेश को नियम विरुद्ध करार देते हुए कार्यस्थगन प्रस्ताव के जरिये यह मुद्दा उठाया। सूचना की ग्राह्यता पर बल देते हुए हेम सिंह पुण्डीर और ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि सेल्फी खींचकर भेजने की व्यवस्था में प्रोत्साहन के साथ दण्ड भी लगा दिया गया है, जो उचित नहीं है। 

बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा ने कहा कि गांवों के लोग शिक्षकों के समय पर विद्यालय नहीं आने की शिकायत करते हैं। इसीलिये स्कूलों में सेल्फी की व्यवस्था लागू की गयी है। सरकार शिक्षकों के साथ है और उनका किसी भी सूरत में अपमान नहीं करना चाहती। 

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने पिछले महीने जारी आदेश में प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों के लिये सुबह प्रार्थना के दौरान बच्चों के साथ सेल्फी खींचकर भेजना अनिवार्य कर दिया था। ऐसा ना करने वाले शिक्षकों का उस दिन का वेतन काटने के भी आदेश दिये गये थे।

Ajay kumar