अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से नवजात सहित प्रसूता की मौत

punjabkesari.in Wednesday, Nov 01, 2017 - 11:35 AM (IST)

एटा(संजीव गुप्ता): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही स्वास्थ्य विभाग में सुधार और जनता को सुलभ इलाज दिलाने की बात करते हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। ताजा मामला एटा का है, जहां एक गरीब और लाचार महिला इस बिगड़े सिस्टम की भेंट चढ़ गई।

दरअसल मामला थाना वागवाला के गांव सौंसा का है। जहां स्वास्थ्य केंद्र खडौआ में प्रसव के दौरान महिला नर्स की लापरवाही से प्रसूता विनीता के नवजात बच्चे की मौत हो गई। जब प्रसूता की हालत खराब हो गई तो उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने प्रसूता को महिला अस्पताल भेज दिया। महिला अस्पताल के डॉक्टरों ने प्रसूता को दाखिल करने की बजाय फिर जिला अस्पताल भेज दिया।

इस दौरान प्रसूता की ऑक्सीजन के अभाव में स्थिति बद से बदतर हो गई। परिजनों के बहुत गिड़गिड़ाने के बाद जब जिला अस्पताल में प्रसूता को दाखिल किया गया तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मृतका के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं प्रसूता की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया।

बता दें कि मृतका के पति की 2 माह पूर्व कैंसर के कारण मौत हो गई थी। मृतका ने अपने पीछे 3 मासूम बच्चों को छोड़ा है। वहीं डॉक्टर इलाज में ऑक्सीजन की आवश्यकता की बात तो कह रहे है पर इलाज के दौरान मौत होने की बात कह कर लापरवाही को नकार रहे हैं।