100 साल में पहली बार लखनऊ में चुनी जाएगी महिला मेयर

punjabkesari.in Saturday, Nov 25, 2017 - 12:41 PM (IST)

लखनऊ: नवाबों का शहर लखनऊ 100 साल में पहली बार किसी महिला को अपना मेयर चुनने जा रहा है। राजधानी में नगर निगम चुनावों के दूसरे चरण के तहत रविवार को मतदान होना है।

गौरतलब है कि पिछले 100 साल में लखनऊ की मेयर कोई महिला नहीं बनी है। इस बार लखनऊ मेयर की सीट महिला के लिए आरक्षित है। सत्ताधारी भाजपा सहित विभिन्न दलों ने महिला प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। प्रत्याशी चाहे किसी भी दल का जीते, इतिहास बनना तय है और पहली बार राजधानी लखनऊ को महिला मेयर मिलेगी। लखनऊ में मेयर भले ही कोई महिला नहीं रही हो लेकिन यहां से लोकसभा के लिए 3 बार महिलाएं जीतकर पहुंची हैं। लखनऊ से शीला कौल 1971, 1980 और 1984 में चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची थीं।

उत्तर प्रदेश म्यूनिसिपलिटी कानून 1916 में अस्तित्व में आया। बैरिस्टर सैयद नबीउल्लाह पहले भारतीय थे जो स्थानीय निकाय के मुखिया बने। उत्तर प्रदेश सरकार ने 1948 में स्थानीय निकाय का चुनावी स्वरूप बदला और प्रशासक की अवधारणा शुरू की। इस पद पर भैरव दत्त सनवाल नियुक्त हुए। संविधान में संशोधन के जरिए 31 मई 1994 से लखनऊ के स्थानीय निकाय को नगर निगम का दर्जा प्रदान किया गया।