कोरोना काल में पारिवारिक कलह से टूटते परिवारों को जोड़ने में मदद कर रहा है महिला आयोग

punjabkesari.in Saturday, May 22, 2021 - 11:27 PM (IST)

लखनऊ: कोरोना महामारी के बीच राज्य महिला आयोग यूपी के विभिन्न जिलों से आने वाले दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, महिलाओं के साथ छेड़छाड़, दुराचार के मामलों का निस्तारण करा रहा है। कोरोना काल में ही ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें पारिवारिक कलह से टूटते परिवारों को जोड़ने का काम आयोग की सदस्यों ने पूरी संजीदगी के साथ किया है।राज्य महिला आयोग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पीड़ति महिलाओं की शिकायतों के निस्तारण के लिये ऑनलाइन सेवा की शुरुआत की है तो पति-पत्नी, बेटा-बहू के बीच रिश्तों में आई कड़वाहट को भी दूर करने का काम निरंतर जारी है।       

कोरोना काल में 15 मार्च से 17 मई तक राज्य महिला आयोग ने यूपी के विभिन्न जिलों से आई 6258 शिकायतों पर सुनवाई की है। इनमें से 3204 महिलाओं को न्याय दिलाया जा चुका है जबकि 3054 शिकायतों पर कारर्वाई कर जल्द निस्तारित करने में आयोग के सदस्य जुटे हैं। इसके अलावा लखनऊ और अन्य जिलों से सदस्यों के मोबाइल पर आने वाली शिकायतों का रोज संज्ञान लिया जा रहा है। जिन जिलों से शिकायतें आयोग की सदस्यों के पास आ रही हैं वहां के संबंधित अधिकारियों से बात कर मामलों का निस्तारित कराया जा रहा है।       

आयोग की सदस्य सुनीता बंसल बताती हैं कि कोरोना काल में यूपी में पीड़ति महिलाओं को न्याय मिल रहा है। आयोग की सभी 25 सदस्य इस काम में दिन- रात जुटीं हैं। महिलाओं को घर बैठे न्याय दिलाने की पहल राज्य महिला आयोग ने की है। पीड़ति महिलाओं को मिल रहे न्याय के कारण उनपर होने वाले अपराधों की संख्या काफी घटी है। महिला आयोग की अध्यक्ष और सदस्य जमीनी स्तर पर ठोस कार्ययोजना बनाकर महिलाओं को सशक्त बनाने में जुटी हैं। 

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Umakant yadav