मजदूरों को भले ही ना मिले मजदूरी, लेकिन बच्चों को मजदूर बनाने में कसर नहीं छोड़ रहे अधिकारी

punjabkesari.in Sunday, Jul 05, 2020 - 05:16 PM (IST)

हमीरपुरः यूपी में प्रवासी मजदूरों को भले ही मजदूरी न मिल रही हो, लेकीन बच्चों को मजदूर बनाने में अधिकारी कोई कसर भी नही छोड़ रहे हैं। सूबे में बाल श्रम रोकने के लिए जहां सरकार लाखों करोड़ों खर्च कर रही है। वहीं हमीरपुर जिले के वन विभाग के अफसर सरकारों के फरमान की धज्जियां उड़ाते नज़र आ रहे हैं।

मामला हमीरपुर मुख्यालय के चंदपुर गांव का है। जहां वन विभाग के कर्मचारी वृक्षारोपण में छोटे छोटे बच्चों से काम कराते हुए देखे जा सकते है। जब इस सम्बंध में डीएफओ से बात की तो उनका कहना है कि बच्चे अपने माता पिता को खाना देने गए हुए थे फिर भी अगर बालकों से काम कराया गया है तो इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।

वहीं दुसरी तरफ बच्चे कैमरे में खुद बोल रहे है कि वह पिछले चार पांच दिनों से निरन्तर काम कर रहे हैं। जिसका उन्हें 200 रुपए के हिसाब से पैसे भी मिल रहे है। इनमें से सभी बच्चे किसी न किसी स्कूल के छात्र है।

गौर करने वाली बात ये है कि बच्चे देश का भविष्य होते है, अब इन देश के भविष्य को भी देखिए जिन हाथों में किताबे और पेन होना चाहिए थे उन हाथों ने फरुहा, तशला थाम रखा है। इन्हें इनकी मजबुरी समझे या इनकी बदकिस्मती जिसके चलते इन्हें वन महोत्सव सप्ताह में मजदूरी करनी पड़ रही है। उस योजना में मजदूरी जिसकी मॉनिटरिंग खुद सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ कर रहे है। 

Tamanna Bhardwaj