हमीरपुर-जालौन बॉर्डर पर हजारों मजदूरों ने काटा हंगामा, जिला प्रशासन ने नहीं ली सुध

punjabkesari.in Sunday, May 17, 2020 - 01:48 PM (IST)

हमीरपुर: कोरोना वायरस को लेकर देशव्यापी लॉकडाउन जारी है। ऐसे में प्रवासी मजदूरों का एक राज्य से दूसरे राज्य या एक शहर से दूसरे शहर जाने का सिलसिला अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। हां इन मजदूरों के लिए सरकार जरूर फिक्रमंद हुई और प्रशासनिक अमले को इनकी बेहतरी के आदेश जारी किए हैं। लेकिन बावजूद इसके गुजरी रात से हजारों मजदूर उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जालौन बॉर्डर पर फंसे हुए हैं। इसी बीच आज सुबह उन्होंने जमकर हंगामा भी काटा। जिससे स्टेट हाइवे जाम हो गया लेकिन अब तक प्रशासनिक अमले ने कोई सुध नहीं ली है।

रात से ही स्टेट हाईवे पर लगी सैकड़ो वाहनों की लंबी कतार
बता दें कि यह तस्वीर हमीरपुर जालौन बॉर्डर की है। कुरारा विकासखण्ड के सरसई गांव में पड़ने वाले इस बार्डर में गुजरी रात से यहां से निकलने वाले मजदूरों को रोक लिया गया। रात से सुबह हो गई लेकिन कोई नतीजा न निकलता देख मजदूरों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया और पूरे स्टेट हाईवे को जाम कर दिया। वहीं कल रात से सैकड़ो वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है।

भूखे-प्यासे तड़प रहे मासूम बच्चे व मजदूर
प्रवासी मजदूरों का कहना है कि वो कल रात से यहाँ इस हाईवे पर फंसे है। उन्हें खाने पीने की कोई व्यवस्था नहीं की गयी। वो भूखे-प्यासे तड़प रहे हैं। उनके साथ छोटे और मासूम बच्चे भी है जो भूख प्यास से बिलख रहे हैं।

सरकार द्वारा बसों से भिजवाने की व्यवस्था को मजदूरों ने नकारा
वहीं मज़दूरों का कहना है कि वो साधन से ही घर जाएंगे क्योंकि इसके लिए उन्होंने रुपया खर्च किया है। सरकार द्वारा बसों से भिजवाने की व्यवस्था को इन्होंने नकार दिया है। फिलहाल इलाके के इंचार्ज अनिरुद्ध सिंह ने 5 बसों को भेज कर कुछ मज़दूरों को उनके गंतत्व तक पहुंचने का इंतज़ाम ज़रूर किया है लेकिन मज़दूरों की नाराज़गी कम होने का नाम नहीं ले रही है।

 

Edited By

Umakant yadav