जेवर हवाई अड्डे के पास विश्व स्तरीय कृषि-निर्यात सुविधा होगी स्थापित, मुख्य सचिव ने किया ऐलान
punjabkesari.in Friday, Jul 04, 2025 - 03:17 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि राज्य से आम सहित बागवानी उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के मकसद से जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एकीकृत परिसर का निर्माण कराया जाएगा। सिंह ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश के ‘मैंगो फेस्टिवल' के उद्घाटन के अवसर पर यह ऐलान किया। उन्होंने कहा कि भारत में अपनी तरह की पहली यह सुविधा पड़ोसी राज्यों को अपने कृषि और बागवानी उत्पादों का निर्यात करने में भी मदद करेगी।
मनोज कुमार सिंह ने कहा, ‘‘निर्माणाधीन जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास बनने वाली यह सुविधा कृषि निर्यात के लिए एक बड़ा बदलाव साबित होगी। इसमें अंतरराष्ट्रीय निर्यात के लिए आवश्यक सभी प्रकार की परीक्षण सुविधाएं एक एकीकृत परिसर में उपलब्ध कराई जाएंगी।'' इस तरह के केंद्र की जरूरत के बारे में मुख्य सचिव ने कहा, ‘‘विभिन्न देशों में कृषि उत्पाद से जुड़ी सुरक्षाओं के संबंध में आवश्यकताएं अलग-अलग हैं। उदाहरण के लिए, अमेरिका भेजे जाने वाले आमों को गामा विकिरण उपचार की आवश्यकता होती है, जबकि जापान भेजे जाने वाले आमों को गर्म पानी के वाष्प उपचार की आवश्यकता होती है।''
मुख्य सचिव ने कहा, ‘‘इसके अतिरिक्त, कीटनाशक अवशेषों के स्तर और अन्य मापदंडों के लिए परीक्षण भी होते हैं। अभी तक, भारत में एक भी ऐसी जगह नहीं है जहां निर्यात से संबंधित ये सभी सुविधाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध हों।'' सिंह ने बताया कि इस परियोजना में मदद करने के लिए विश्व बैंक के साथ बातचीत की जा रही है और एक बार इसके चालू होने के बाद यह सुविधा उत्तर प्रदेश और पड़ोसी राज्यों से कृषि और बागवानी उत्पादों को उपचारित, परीक्षण, पैकेजिंग और मालवाहक विमानों के जरिए सीधे जेवर से निर्यात को संभव बनाएगी। सिंह ने कहा, ‘‘यह, खास तौर पर भारत जैसे देश और उत्तर प्रदेश जैसे राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जहां लगभग 75 फीसदी भूमि पर खेती होती है। इसके बावजूद, हमारे कृषि-निर्यात अभी तक हवाई माल ढुलाई के माध्यम से पूरी तरह से शुरू नहीं हुए हैं। एक बार जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के चालू हो जाने के बाद, दुनियाभर के देशों में बड़ी मात्रा में निर्यात शुरू हो जाएगा।''