भगवान श्रीराम के व्यक्तित्व एवं कार्यों से सभी को मिलती है प्रेरणा: योगी

punjabkesari.in Saturday, Oct 05, 2019 - 09:24 AM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम को सांस्कृतिक, एकता और सनातन आस्था का प्रतीक बताते हुए कहा कि उनके व्यक्तित्व एवं कार्यों से सभी को प्रेरणा मिलती है। आम जनमानस प्रभु श्रीराम के साथ अपने को जोड़ता है। श्रीराम के प्रति लोगों की आस्था रामलीला को सतत जीवंतता प्रदान करती है। उन्होंने रामायण पर शोध किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। मुख्यमंत्री शुक्रवार रात रामलीला मैदान, ऐशबाग में आयोजित ‘रामोत्सव-2019' को संबोधित कर रहे थे।

इस दौरान उन्होंने रामलीला आयोजन समिति को शुभकामनाएं और धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह समिति रामलीला के भव्य आयोजन की समृद्ध परंपरा को निभा रही है। साथ ही, इसके संरक्षण व संवर्धन के लिए नई योजनाओं पर भी कार्य कर रही है। रामलीला हमारे अतीत की समृद्ध परंपरा से जुड़ती है। भारत एक ऐसा देश है, जिसने सदैव मानवता के कल्याण के लिए आदर्श प्रस्तुत किए। प्रभु श्रीराम से हमें उच्च आदर्शों और मूल्यों की प्रेरणा मिलती है। भारत की परंपरा मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के बिना अधूरी है। गुरु-शिष्य, भाई-भाई, माता-पुत्र, पिता-पुत्र और पति-पत्नी सभी रिश्तों में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का चरित्र प्रेरणा देता है।

उन्होंने कहा कि रामराज्य की अवधारणा, सर्वांगीण विकास, सर्वसमावेशी, सर्वस्पर्शी समाज की रही है। यह लोक कल्याण की भावना से प्रेरित है। रामराज्य एक आदर्श राज्य के रूप में जाना जाता है। थाईलैंड, कोरिया, इंडोनेशिया सहित विश्व के अनेक देशों में श्रीराम, अयोध्या और रामराज्य के प्रति आस्था व श्रद्धा का भाव है। अनेक देशों में रामलीला का मंचन किया जाता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीराम, सीता और लक्ष्मण जी का तिलक व आरती की और अंगवस्त्र, श्रीरामचरितमानस की प्रति, स्मृति चिन्ह, अवध की पगड़ी आदि भेंट किए।

Deepika Rajput