मायावती ने जताई निराशा, योगी सरकार को 100 में से दिए शून्य अंक

punjabkesari.in Tuesday, Jun 27, 2017 - 05:58 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अपने शासनकाल के पहले 100 दिनो को लेकर भले ही संतुष्टि जता रही हो मगर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने निराशा व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को 100 में से शून्य अंक दिए हैं। मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार के पहले 100 दिनों में सर्वसमाज के लोगों में हर मामले में काफी कायादा निराशा व उदासीनता छाई रही। प्रदेश में अपराध और भ्रष्टाचार का बोलबाला रहने से लोग परेशान रहे। इस कारण सरकार को 100 दिनों में 100 में से एक नम्बर भी नहीं दिया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि विकास व कानून-व्यवस्था एवं अपराध-नियन्त्रण के मामले में यह सरकार 100 दिनों मे अभी तक 10 प्रतिशत भी खरी नहीं उतरी है। खासकर कानून-व्यवस्था व अपराध-नियन्त्रण के मामले में तो यह सरकार जीरो है। मीडिया में हो-हल्ला करने के बावजूद योगी सरकार पिछली अखिलेश सरकार के खिलाफ ना तो ‘श्वेत पत्र’ जारी करने की हिम्मत जुटा पाई और ना ही अपनी उपलब्धियों के संबंध में कोई पुस्तिका जारी कर सकी। इस बारे में केवल फोटो फीचर बुक जारी करके खानापूर्ति करने की कोशिश की गई।

बसपा अध्यक्ष ने कहा कि चुनावी वायदों की तरह ही थोक के भाव में केवल सैकड़ों घोषणाएं ही की जाती रही हैं मगर नतीजा सिफर रहा। जनता सरकार में विश्वास खोती हुई नजर आ रही है। किसानों के लिए सरकार बनते उसी ही दिन मन्त्रिमण्डल की पहली बैठक करके कर्ज माफ करने का डंका बजा-बजा कर वायदा किया गया था,मगर उसके सम्बंध में भी यह अब तक केवल कागजी घोषणा ही है।

भाजपा सरकार की नीति है कि ‘वायदा करो, घोषणाएं करो और मजे से भूल जाओ।  उन्होने कहा कि ‘भगवा तुष्टीकरण’ की संघी नीति को अपना आदर्श बनाने के कारण अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यवस्था का भी उत्तर प्रदेश में काफी ज्यादा बुरा हाल है। कुल मिलाकर मोदी सरकार की तरह ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में भी जनहित व जनकल्याण के मामलों में भी जनता के साथ धोखा हो रहा है।