योगी सरकार ने बढ़ाया मानदेय, अब हर महीने आउटसोर्सिंग और संविदा कर्मियों को मिलेंगे इतने रुपये
punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2025 - 05:41 PM (IST)
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लखनऊ:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को वित्त वर्ष 2025-26 के प्रस्तावित बजट की सराहना करते हुए कहा कि यह बजट सनातन संस्कृति की सर्वे भवन्तु सुखिनः की अवधारणा के अनुरूप गरीब, अन्नदाता किसान, युवा और महिला उत्थान को समर्पित है। उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बृहस्पतिवार को राज्य विधानसभा में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 8,08,736 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। यूपी में संविदा कर्मियों के लिए योगी सरकार ने बड़ी घोषणाएं की है। इस बजट में सरकार ने न्यूनतम मानदेय 16 से 18 हजार कर दिया है। साथ ही 5 लाख तक फ्री इलाज भी प्रावधान किया है।
सरकारी विभागों तथा निगमों आदि में आउटसोर्सिंग के आधार पर कार्यरत कार्मिकों के देय न्यूनतम पारिश्रमिक को 16 हजार रुपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 20 हजार रुपये प्रतिमाह किया जाएगा। सरकार ने प्रदेश के सभी होमगार्ड, पी०आर०डी० जवान, ग्राम चौकीदार, शिक्षामित्र, बेसिक शिक्षा विभाग के अनुदेशक एवं मानदेय के आधार पर कार्य करने हेतु वाले कार्मिकों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अन्तर्गत 05 लाख रुपये तक की निःशुल्क चिकित्सा का लाभ दिए जाने का ऐलान किया है।आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लिए न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये प्रति माह है। यह वेतन साल 2025 से लागू हो गया है। यह घोषणा भारत सरकार ने की है। इस नीति के तहत, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षा और अन्य सुविधाओं में भी सुधार किया गया है।
क्या होता है आउटसोर्सिंग ?
आउटसोर्सिंग उस प्रक्रिया को कहते हैं जिसमें एक कंपनी अपने किसी आंतरिक कार्य के लिए दूसरी कंपनी के साथ समझौता करके उससे वह काम करवाती है। आउटसोर्सिंग एक व्यवसायिक प्रक्रिया है जिसमें एक कंपनी या संगठन अपने कुछ काम दूसरी कंपनियों या संगठनों को सौंपती है। इसका मुख्य उद्देश्य अपने काम की लागत कम करना होता है।
-आउटसोर्सिंग एक व्यावसायिक प्रक्रिया है।
- इसमें कोई कंपनी या संगठन अपना काम किसी दूसरी कंपनी या संगठन को सौंप देता है।
- आउटसोर्सिंग का मुख्य मकसद अपने काम की लागत कम करना होता है।
- आउटसोर्सिंग से कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जुड़ने में मदद मिलती है।
- इससे विकास करने, ज़्यादा ग्राहकों तक पहुंचने, और अलग-अलग क्षेत्रों में विस्तार करने के नए अवसर बनते हैं।
- किसी सेवा प्रदाता कंपनी के ज़रिए सरकारी या निजी संस्थानों में अस्थायी रूप से काम करने वाले कर्मियों को आउटसोर्स कर्मी कहते हैं।