राहतः UP में प्रवासी मजदूरों को इन क्षेत्रों में काम देगी योगी सरकार

punjabkesari.in Sunday, May 10, 2020 - 09:42 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का कहर दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। वहीं देशव्यापी लॉकडाउन में सबसे ज्यादा मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है प्रवासी मजदूरों को जिनका काम छूट गया और वह अपने गृहनगर आने को मजबूर हो गए हैं। ऐसे में योगी आदित्यनाथ सरकार ने इन प्रवासी मजदूरों को UP में ही रोजगार देने के लिए कार्ययोजना भी तैयार कर ली है।

CM ने दिया 20 लाख प्रवासी मजदूरों के लिए रोजगार सृजन का निर्देश
बता दें कि CM ने पूरे प्रदेश में 20 लाख प्रवासी मजदूरों के लिए रोजगार सृजन करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इतनी बड़ी संख्या में नए रोजगार से UP की इकॉनमी को तेज  रफ्तार मिलेगी।प्रदेश में अब 20 लाख प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए सरकार की कार्य योजना भी बनकर तैयार है। इतना ही नहीं हर कौशल, अनस्किलड लेबर को उसकी योग्यता के अनुसार काम दिया जाएगा।  इसके साथ ही किस विभाग में कितने नए जॉब्स क्रिएट होंगे इसकी भी पूरी सूची बनकर तैयार है।

सरकार की सूची बनकर तैयार
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में- 3 लाख 10 हज़ार Odop में 40000, MSME सेक्टर में 1 लाख 5 हज़ार, उद्यान विभाग में 60 हज़ार 814, समाज कल्याण विभाग में 2 लाख 91 हज़ार 226, कौशल विकास में 1 लाख, खादी ग्रामोद्योग में 1 लाख, जैव ऊर्जा में 1 लाख 9 हज़ार 560 और मनरेगा में 2 लाख प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है। बता दें कि अब तक 120 से ज्यादा ट्रेनों से लगभग सवा लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर UP लौटे हैं। इनकी कुल संख्या तकरीबन 7 लाख के आसपास है।

5 लाख लोगों को MSME सेक्टर में दिया जाएगा काम
प्रदेश के एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने साफ तौर पर बताया कि सरकार लगातार ऐसे प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने का काम कर रही है। 500000 लोगों को तो केवल MSME सेक्टर में काम दिया जाएगा। वह कह रहे हैं कि इस लॉकडाउन के समय UP के ग्रामीण इलाकों में कोई शोर नहीं उठ रहा है वहां सभी लोग संतुष्ट हैं यह एक बड़ी उपलब्धि है। साथ ही इस बात की भी उम्मीद जता रहे हैं कि सरकार की जो वन ट्रिलियन इकॉनमी का लक्ष्य है वो जरूर पूरा होगा।

 

 

 

Author

Moulshree Tripathi