योगी ने निभाया राजधर्म, आंखों में नमी के बाद भी करते रहे मीटिंग

punjabkesari.in Monday, Apr 20, 2020 - 03:43 PM (IST)

लखनऊः उत्तप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के पिता जी का सोमवार को यानी आज निधन हो गया है। वह काफी समय से किडनी व लीवर की समस्या से जूझ रहे थे। सीएम को यह खबर उस समय मिली जब वह अपने आवास पर कोरोना वायरस को लेकर टीम 11 के साथ मीटिंग कर रहे थे। ऐसे में उन्होंने अपना राजधर्म निभाते हुए मीटिंग को न रोकते हुए जारी रखा।

जानकारी के अनुसार, मीटिंग के दौरान सीएम का एक करीबी व्यक्ति उनके आवास में आया और उसने सीएम योगी से फोन पर बात करने के कहा। करीब एक मिनट बात करने के बाद सीएम कुछ क्षणों के लिए खामोश हो गए और उनकी आंखे भर आई। इसके बावजूद सीएम ने मीटिंग जारी रखी और अधिकारियों से सवाल-जवाब करना शुरू कर दिया। अनुमान लगाया जा रहा था कि शायद उधर से उन्हें पिता के निधन का समाचार मिला था, लेकिन मुख्यमंत्री होने के नाते उन्होंने प्रदेश की जनता की सेवा सर्वोपरि रखी और कोरोना से लड़ने की रणनीति बनाने की मीटिंग करते रहे।

अंतिम संस्कार में शामिल न होने के साथ-साथ दिया बड़ा संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पिता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अपने पूज्य पिताजी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुख एवं शोक है। वह मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता है। जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम एवं निस्वार्थ भाव से लोक मंगल के लिए समर्पित भाव के साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया। अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, परन्तु वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने का कर्तव्यबोध के कारण मैं न कर सका।

उन्होंने आगे कहा कि कल यानी 21 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में लॉकडाउन की सफलता और महामारी कोरोना को परास्त करने की रणनीति के कारण भाग नहीं ले पा रहा हूं। पूजनीया मां, पूर्वाश्रम से जुड़े सभी सदस्यों से भी अपील है कि वे लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग तिम संस्कार के कार्यक्रम में रहें। पूज्य पिताजी की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं। लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा।

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Diksha kanojia