योगी सरकार ने जारी किया अफसरों को फरमान, सांसद-विधायक के आते तुरंत छोड़ दें कुर्सी

punjabkesari.in Friday, Oct 20, 2017 - 01:44 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश में चीफ सेक्रेटरी राजीव कुमार की ओर से 18 अक्टूबर 2017 को एक फरमान जारी हुआ है। जिसमें कहा गया है कि किसी भी कार्यालय में या पब्लिक जगह में यदि कोई विधायक, सांसद आते हैं, तो सभी अफसरों कर्मचारियों को उनके सम्मान में खड़े होना होगा। आईजी, डीएम और एसपी अक्सर सांसदों- विधायकों के साथ सलीके से पेश नहीं आते, उन्हें सम्मान नहीं देते।

चीफ सेक्रेटरी नेे भेजा फरमान 
 राजीव कुमार ने सीएम से डिस्कशन के बाद अफसरों को इस मामले में कड़ी चेतावनी दी है। सभी जिला अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को भेजे गए लेटर में कहा कि हमें आप सभी से अपेक्षा है सांसदों, विधायकों के पत्रों की रिसीविंग देंगे। उनके सभी पत्रों पर गंभीरता दिखाते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई करते हुए उन्हें अवगत कराएं। सभी विधायकों और सांसदों का काॅल रिसीव करें। यदि वे बैठक में हैं तो बैठक के बाद उनको कॉलबैक करें। उनके मुलाकात के लिए आते ही यथोचित सम्मान दें। अपनी सीट से खड़े होकर उनका स्वागत करें।
               

किसी प्रकार की बहस न करें,
चीफ सेक्रेटरी ने पत्र में विशेष तौर पर ये भी कहा कि कोई भी अधिकारी किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नहीं बनेगा। सभी सार्वजनिक स्थानों पर जन प्रतिनिधियों का सम्मान करें। किसी प्रकार की बहस उनसे न करें, उनके आनें पर उन्हें जलपान हेतु व्यवस्था कराई जाए, उनके जाते वक्त उनके सम्मान में गेट तक विदा कराने जाएं।
                

दोषी पाए जानें पर होगी उचित कार्यवाई 
सब्सिडियरी वारंट आॅफ प्रेसिडेंस में सांसद और विधायकों का प्रोटोकाॅल तय है, उसे पढ़ें और उनका पालन करें। ऐसा नहीं करने पर प्रोटोकाॅल का उल्लंघन यूपी कर्मचारी नियमावली 1956 के अंर्तगत उन्हें दोषी पाए जानें पर उचित कार्रवाई भी होगी।