सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर बोले योगी- देश को आजादी भीख मांगने से नहीं मिली

punjabkesari.in Tuesday, Jan 23, 2018 - 01:57 PM (IST)

लखनऊः राजधानी लखनऊ के परिवर्तन चौक पर नेता जी सुभाषचंद्र बोस की 122वीं जयंती मनाई गई। इस मौके पर नेता जी की प्रतिमा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माल्यार्पण किया। साथ ही राज्यपाल राम नाईक, मंत्री बृजेश पाठक, मेयर संयुक्ता भाटिया भी मौजूद रही।

इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधन में कहा कि आज महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेता जी सुभाषचंद्र बोस की जयंती है। पूरा देश और दुनिया जिन्होंने अपने महान क्रांतिकारियों के कारण आजादी की अनूभूति की है वो नेता जी को नमन कर रहे हैं l नेता जी भारत के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में हमेशा याद किए जाते रहेंगे।

स्वाधीनता भीख मांगने से नहीं मिल जाती
उन्होंने कहा कि जब देश की आजादी के लिए विभिन्न प्रकार की क्रांतिकारी गतिविधियां संचालित हो रहीं थीं। उस समय नेता जी ने कहा था कि देश की स्वाधीनता भीख मांगने से नहीं मिल जाती। भारत सिर्फ जमीन का एक टुकड़ा नहीं है ये जीती जागती जीवंतता की एक प्रतिमूर्ति है केवल हुकूमत के सने हाथ फैलाने से हमें स्वाधीनता नहीं मिल सकती। देश के क्रांतिकारियों के त्याग व बलिदान से आजादी मिल पाएगी। 

तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा
सीएम ने कहा सुभाषचंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज का गठन किया, भारत की स्वाधीनता उनका ध्येय था। देश के युवाओं का आवाहन करने को उन्होंने तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा ये नारा सिर्फ एक नारा न रखकर नौजवानों के लिए मन्त्र बन गया l आज भले ही भौतिक रूप से नेताजी हमारे बीच नहीं लेकिन देश की स्वाधीनता के लिए उनके मंत्र देश के युवाओं को प्रेरित कर रहे हैं l 

नेताजी की जयंती उन्हें स्मरण करने का अवसर देती है-राम नाईक
इस मौके पर राज्यपाल राम नाईक ने संबोधन करते हुए कहा कि आज हम सब लोगों के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती उन्हें स्मरण करने का अवसर देती है। देश के लिए आजादी का प्रयास करने वाला एक ही मंच था और वो था कांग्रेस।

चलो दिल्ली का नारा भी नेता जी ने दिया
देश की आजादी के लिए चलो दिल्ली का नारा भी उन्होंने दिया l आज उनकी 122वीं जयंती है ,जब मैं राज्यपाल बनकर आया तो मैंने कोशिश की कि जहां-जहां महापुरुषों की प्रतिमा हैं वहां जाकर उन्हें प्रणाम करूंगा। आज यहां सभी का आना बड़ा सुखद आनंद है। राज्यपाल ने कहा कि कल 24 जनवरी है , 24 जनवरी 1950 ऐतिहासिक दिन रहा है। इस प्रदेश का नाम 24 जनवरी को ही उत्तर प्रदेश रखा गया था। इसके साथ ही राजयपाल ने बताया कि कल उपराष्ट्रपति भी यहां आ रहे हैं।