यू-ट्यूब पर चमत्कार देखकर युवक पहुंचा बाबा के दरबार, नहीं हुआ फायदा तो भरे दरबार में कर दिया विरोध, फिर हुआ ये हाल

punjabkesari.in Tuesday, Mar 21, 2023 - 03:13 PM (IST)

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां पर नोएडा सेक्टर-48 में रहने वाले डॉ. सिद्धार्थ चौधरी अपनी घरेलू समस्याओं को लेकर जूझ रहे थे।  इसी बीच उन्होंने बिधनू स्थित लवकुश आश्रम के करौली बाबा का  यू-ट्यूब पर चमत्कार देखा। बाबा मंत्र के माध्यम से लोगों की हर बीमारी को दूर करते है यह देखकर उन्होंने अपनी समस्याओं से मुक्ति के लिए बाबा के दरबार में जाने का फैसला किया।


                                                                                            मारपीट के बाद घायल युवक की फोटो 
बीती 22 फरवरी 2023 को पिता डॉ. वीएस चौधरी, मां रेनू चौधरी व पत्नी प्रियंका के साथ बिधनू स्थित आश्रम पहुंचे। शाम को बाबा के सम्मुख उन्हें पेश किया गया। बताया जा रहा है कि बाबा ने  परेशानी और आश्रम आने का कारण पूछा इस पर डॉक्टर ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से उनके चमत्कारों की जानकारी हुई थी। परिवार के कल्याण के लिए आश्रम आने की बात बोली इस पर बाबा ने चमत्कार दिखाने की मंशा से माइक पर जोर से फूंक मारते हुए ओम शिव बैलेंस... बोला लेकिन इसका उन पर कोई असर नहीं हुआ। पीड़ित ने बताया कि कोई फयदा नहीं हुआ। बाबा ने एक बार फिर ओम शिव बैलेंस... बोला लेकिन उसे फिर भी फयदा नहीं हुआ। जिस पर बाबा ने उसे भरे दरबार में बुरा भलाकर कहा। पीड़ित का आरोप है कि उन्होंने उसके बाद सेवादारों को बुलाकर उसकी जमकर पिटाई करावा दी। जिसे उसकी नाक की हड‍्डी टूट गई।  


                                                                  बिमारियों से मुक्तक करने का बाबा का दावा 

पीड़ित ने बताया कि तरह से  सेवादारों से जान बचाकर वहां भग पाया। पीड़ित की मानें तो इलाज के बाद कानपुर के एक मित्र की मदद से सारे साक्ष्य लेकर शनिवार को सौपी बीपी जोगदंड के पास पहुंचे। सौपी के आदेश पर विधन पुलिस ने बाबा डॉ. संतोष सिंह भदौरिया व उसके सेवादारों के खिलाफ मारपीट, गालीगलौज व की धारा में एफआईआर दर्ज की।



2600 की रसीद कटवाने
पर मिले थे बाबा डॉक्टर सिद्धार्थ के अनुसार उन्होंने आश्रम में प्रक्रियानुसार 2600 रुपये की रसीद कटाई थी। इसके बाद उन्हें बाबा के सामने पेश किया गया था। उनका आरोप कि हजारों की भीड़ सामने उन्होंने बाबा चमत्कार का विरोध किया था, जिससे बाबा ने खुन्नस में उन्हें पिटवाया। इससे लोगों में दहशत हो और वो बाबा के फर्जी चमत्कार पर अपनी हामी भर सकें। 

वर्ष 1994 में हुई थी एनएसए की कार्रवाई
संतोष भदौरिया के खिलाफ तत्कालीन जिलाधिकारी दिनेश सिंह के आदेश पर 14 अगस्त 1994 को एनएसए की कार्रवाई हुई थी। जिसकी संख्या 14/जे /ए एनएसए 1994 है। संतोष ने एनएसए हटाने के लिए गृह सचिव को पत्र भेजा था। पत्र में संतोष ने बताया था कि यह वर्ष 1989 से किसान यूनियन में कार्यकर्ता था। वह भरतीय किसान यूनियन में जिलाध्यक्ष भी था।

सरकारी दस्तावेजों में हेरफेर कर आश्रम खोलने का आरोप
सिंह भदौरिया का आपराधिक इतिहास रहा है। वर्ष 1992-95 के बीच हत्या, सेवन सीएलए समेत कई आपराधिक मामले उस पर दर्ज हुए थे। इसके बाद पुलिस से बचने के लिए वह किसानों का नेता बनकर 1992 में फजलगंज में हुई हत्या में आया था नाम जमीनों पर अवैध कब्जे करने लगा। यहां तक की कोतवाली थाना क्षेत्र में जमीन का एग्रीमेंट कराकर रुपये तक हड़पने का आरोप भी है। फिर विधन में भूदान पट्टा पर सरकारी दस्तावेजों में हेरफेर कर कब्जा कर आश्रम खोल लिया। यू ट्यूब पर मंत्र से समस्याएं हल करने के वीडियो अपलोड करने लगा। उसके करौली बाबा नाम से बने यू ट्यूब चैनल में 93 हजार सब्सक्राइबर है।

हत्या के मामले में भी एक दर्ज हुई थी एफआईआर
चार अगस्त 1992 में शास्त्रीनगर निवासी अयोध्या प्रसाद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में राज कुमार ने संतोष भदौरिया व अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। तब उसका नाम प्रकाश में आया था। 27 मार्च 1993 को संतोष भदौरिया को जमानत पर रिहा कर दिया गया था। वहीं 7 अगस्त 1994 को तत्कालीन कोतवाली प्रभारी वेद पाल सिंह ने संतोष भदौरिया व उनके साथियों के खिलाफ गालीगलौज, मारपीट, क्रिमिनल एक्ट की धारा में एफआईआर दर्ज की थी। । इसके बाद 12 अगस्त 1994 को महाराजपुर थाने में तैनात तत्कालीन कांस्टेबल सत्य नारायण व संतोष कुमार सिंह ने सरकारी कार्य में बाधा डालना, मारपीट में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वर्ग में भी उसके खिलाफ वर्ष 1995 में एफआईआर दर्ज हुई थी।

Content Writer

Ramkesh