उत्तरकाशीः बादल फटने से मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 12, अन्य 5 अभी भी लापता

punjabkesari.in Tuesday, Aug 20, 2019 - 10:51 AM (IST)

देहरादूनः उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के आराकोट और आसपास के क्षेत्र में रविवार को बादल फटने और भूस्खलन से मची तबाही में मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 12 हो गई, जबकि पिछले 2 दिनों में हुई भारी बारिश के चलते राज्य की छोटी-बड़ी सभी नदियां उफान पर हैं और हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान को पार कर गई है।

उत्तरकाशी के जिला प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के माकुडी गांव से सोमवार शाम को 2 और शव बरामद हुए हैं जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 12 हो गई है। उन्होंने बताया कि एक को छोड़कर बाकी सभी शवों की पहचान कर ली गई है। अभी तक माकुडी से 6, आराकोट से 4 और टिकोची और सनेल से 1-1 शव बरामद हुए हैं। जिले के प्रभावित क्षेत्रों में अभी 5 अन्य लोग लापता भी बताए जा रहे हैं। बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में आराकोट, माकुडी, मोल्डा, सनेल, टिकोची और द्विचाणु में कई मकान ढह गए हैं। अधिकारी ने बताया कि खराब मौसम के कारण रविवार को तलाश और राहत अभियान बाधित रहा, हालांकि सोमवार सुबह मौसम अपेक्षाकृत साफ होने के बाद में इसमें तेजी आई और भारतीय वायु सेना के 4 हेलीकॉप्टरों की सहायता से खाने के पैकेट, राशन और जरूरी दवाइयों सहित राहत सामग्री प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचाई गई।

उत्तरकाशी के प्रभावित आराकोट क्षेत्र में तबाही का जायजा लेकर लौटे राज्य के आपदा प्रबंधन सचिव अमित नेगी और एसडीआरएफ के महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने बताया कि राहत और बचाव कार्यों की निगरानी के लिए आराकोट में संचार सुविधाओं से युक्त आधार शिविर स्थापित किया गया है। गुंज्याल ने बताया कि प्रभावित हुए करीब आधा दर्जन गांवों की जनता से संपर्क स्थापित कर लिया गया है जबकि भारी वर्षा के कारण बादल फटने, भूस्खलन और बाढ़ का पानी भर जाने की आशंका वाले 6 अन्य गांवों से भी संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। आपदा प्रबंधन सचिव नेगी ने बताया कि सोमवार को मौसम में सुधार होने के साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों में तेजी आई। उन्होंने बताया कि राज्य पुलिस, एसडीआरएफ, आइटीबीपी, पीएसी के जवान और अधिकारी बचाव और राहत कार्यों में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि इन घटनाओं में घायल हुए 4 व्यक्तियों को बेहतर उपचार के लिए हेलीकॉप्टर से देहरादून के अस्पताल में लाया गया है। हांलांकि उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में और लोगों के फंसे होने की आशंका जताई।

गुंज्याल ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में 3 जगह- मोरी, आराकोट और त्यूनी में हेलीपैड बनाए गए हैं, ताकि प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री जल्द से जल्द पहुंचाई जा सके। उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुऐ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और उन्हें राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।

Nitika