लॉकडाउन के बीच उत्तराखंड में दिखी बेबसी की एक तस्वीर, पुलिसकर्मियों की आंखें हुई नम

punjabkesari.in Friday, Mar 27, 2020 - 04:46 PM (IST)

ऊधमसिंह नगर: देशभर के लोग कोरोना वायरस की मार झेल रहे हैं। इसी के चलते लोगों की भलाई के लिए 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है। वहीं इस लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए पुलिसकर्मी सख्त रवैया अपना रहे हैं। इसी बीच उत्तराखंड में बेबसी की एक तस्वीर देखने को मिली है, जिसे सुनकर पुलिसकर्मियों की आंखें भी नम हो गई।

जानकारी के अनुसार, मामला ऊधमसिंह नगर जिले के किच्छा इलाके का है, जहां पर ड्यूटी के दौरान पुलिस सब इंस्पेक्टर रमेश ने साइकिल से एक युवक को आता हुआ देखा। उसे बाहर घूमते देख पुलिस ने उसे सबक सिखाना चाहा लेकिन जब उसने आप बीती सुनाई तो ड्यूटी पर खड़े हर एक पुलिसकर्मी की आंखों से आंसू आ गए। 

सब इंस्पेक्टर ने फेसबुक पर किया पोस्ट
बेबसी की तस्वीर- उन्होंने लिखा कि आज किच्छा में ड्यूटी के दौरान एक बेबस और लाचार पिता से मुलाकात हुई जो अपनी 2 बेटियों के साथ साइकिल से 50 किलोमीटर हल्द्वानी से बहुत परेशान हालत में किच्छा पहुंचा था। इसी बीच रोकने पर उसके द्वारा बताया गया कि उसकी एक लड़की बीमार है। कोरोना वायरस की मार के बाद रोजगार ना होने के कारण वह हल्द्वानी से वापस अपने घर साइकिल से जा रहा है। वह और उसकी बेटियां पैसे न होने के कारण पिछले 24 घंटे से भूखे हैं। उनकी हालत देखकर सच में आंखों में आंसू आ गए।

वहीं हमारी चेकिंग पुलिस टीम द्वारा आपस में सहयोग राशि जमा कर तत्काल 30000 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। इतना ही नहीं उस व्यक्ति को कोरोना वायरस के खतरे से अवगत करवाते हुए सेनिटाइज किया गया। साथ ही तुरंत घर जाने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि बच्चियों को जब हमारे द्वारा खाने के लिए कुछ टॉफिया दी गई तो उनके चेहरे पर खुशी आ गई। वह आंखों में चमक देखने लायक थी।

सब इंस्पेक्टर ने लिखा कि सच बताऊं उनकी खुशी देखकर ड्यूटी की कई दिन की थकान दूर हो गई। मेरा इस फोटो को शेयर करने का उद्देश्य मात्र यह है कि देश की विषम परिस्थिति में यथासंभव सरकारी तंत्र के कर्मियों के सहयोग से आसपास के गरीब असहाय तथा जरूरतमंद लोगों को यथासंभव सहायता प्रदान करें। इस विषम परिस्थिति से निकलने में सभी भारतवासियों का सहयोग नितांत आवश्यक है।

Nitika