किडनी रैकेट से जुड़ा एक ओर आरोपी गिरफ्तार, अब तक 9 हिरासत में

punjabkesari.in Monday, Sep 18, 2017 - 04:44 PM (IST)

उत्तराखंड: देहरादून के निकट लाल तप्पड क्षेत्र में एक धर्मार्थ अस्पताल में उजागर हुए गुर्दा प्रत्यारोपण रैकेट की जांच कर रही पुलिस ने एक ओर मुख्य आरोपी राजीव चौधरी को गिरफ्तार किया है । चौधरी अस्पताल का संचालन करता था। मामले की तफ्तीश में जुटे जांच दल की अगुवाई कर रही पुलिस अधीक्षक सरिता डोभाल ने बताया कि पुलिस ने आरोपी चौधरी को समीपवर्ती रायवाला क्षेत्र से तब गिरफ्तार किया, जब वह अपनी कार से कहीं जा रहा था। किडनी रैकेट के सरगना अमित राउत सहित अब तक 9 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है । 

बता दें कि ​अमित के पुत्र अक्षय सहित 4 अन्य नामजद आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। अक्षय के अलावा 3 अन्य नामजद आरोपी, आपरेशन थियेटर में अमित के साथ काम करने वाले डॉ संजय दास, डा सुषमा कुमारी तथा 1 महिला एजेंट चांदना गुडिया है। पुलिस अधीक्षक के अनुसार चौधरी अपनी पत्नी अनुपमा के साथ मिलकर अस्पताल का सारा प्रबंधन कार्य देखता था। अनुपमा चौधरी तथा दो अन्य आरोपियों, जगदीश भाई और अभिषेक शर्मा को पुलिस ने कल शाम डोईवाला क्षेत्र से गिरफ्तार किया था जबकि रैकेट के सरगना अमित राउत, उसके भाई जीवन, एक नर्स सरला और उसके ड्राइवर को शुक्रवार और शनिवार की बीच की रात हरियाणा के पंचकूला स्थित एक होटल से गिरफ्तार किया गया था । जावेद खान नाम के एक आरोपी को पुलिस ने रैकेट के खुलासे वाले दिन 11 सितंबर को ही गिरफ्तार कर लिया था। 

पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुजरात के सूरत का निवासी जगदीश भाई गुजरात में किडनी रैकेट के एजेंट के रूप में काम करता था । गिरफ्तार तीसरा आरोपी अभिषेक शर्मा एक फार्मेसी का मालिक है जो गंगोत्री चैरिटेबल अस्पताल में गुर्दा प्रत्यारोपण के लिये सभी दवाओं की आपूर्ति करता था । शर्मा हरिद्वार के कनखल ​क्षेत्र का रहने वाला है। अमित पहले भी इस तरह के किडनी रैकेट चलाने के कारण गुजरात और महाराष्ट्र सहित कुछ प्रदेशों में वांछित है। अमित की पूरे देश में फैली संपत्ति के रिकार्ड भी जांचे जा रहे हैं । अमित और उसके पुत्र अक्षय के कई प्रदेशों में कई बंगले और फ्लैट हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में है। मुंबई में दोनों आरोपी पिता-पुत्र का एक 5 स्टार होटल भी है ।