विश्व वानिकी दिवस पर बच्चों और स्थानीय लोगों को किया गया जागरूक

punjabkesari.in Thursday, Mar 22, 2018 - 01:35 PM (IST)

बागेश्वर(जगदीश उपाध्याय): विश्व वानिकी दिवस पर विश्व के सभी देशों को अपनी वन आपदा की तरफ ध्यान देना चाहिए। इसके साथ-साथ वनों को संरक्षण भी प्रदान करना चाहिए। ऐसा ही एक प्रयास उत्तराखंड के बागेश्वर जिले ने किया। बागेश्वर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और वन विभाग ने संयुक्त रूप से एक गोष्ठी का आयोजन कर लोगों को जागरुक किया। 

वनों के फायदों से करवाया अवगत
इस गोष्ठी में स्कूली बच्चों, ग्राम प्रधानोंस सभासदों, सरपंचों और स्थानीय लोगों को वनों को बचाने के लिए जागरूक किया। उन्होंने प्रोजेक्टर के माध्यम से सभी को जंगलों में लगने वाली आग से होने वाले नुक्सान के बारे में बताया। इसके साथ-साथ उन्होंने वनों के होने के फायदों से भी अवगत करवाया। प्राधिकरण की सचिव ज्योत्सना ने बताया कि वन से अभिप्राय केवल पेड़ नहीं है बल्कि यह एक संपूर्ण जटिल जीवंत समुदाय है। वन की छतरी के नीचे कई सारे पेड़ और जीव जन्तु रहते है। वनभूमि, जीवाणु और कवक जैसी कई प्रकार के अकशेरुकी जीवों के घर है। यह जीव भूमि और वन में पोषक तत्त्वों के पुनर्चक्रण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते है। भारत में भी वन संपदा पर्याप्त मात्रा में है लेकिन वर्तमान समय में ऐसा नहीं है।

अवैध कटाई वनों के नष्ट होने का प्रमुख कारण 
वन भूमि पर उद्योग धंधों, मकानों का निर्माण, वनों को खेती के काम में लाना और लकड़ियों की बढ़ती मांग के कारण वनों की अवैध कटाई आदि वनों के नष्ट होने के प्रमुख कारण है। इसलिए अब समय आ गया है कि देश की "राष्ट्रीय निधि" को बचाए और इनका संरक्षण करें। हमें वृक्षारोपण को बढ़ावा देना चाहिए। 

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