राष्ट्रीय गोर्खा परिसंघ के स्थापना दिवस पर आंदोलनकारी बब्बर गुरूंग हुए सम्मानित

punjabkesari.in Friday, Apr 06, 2018 - 08:33 PM (IST)

देहरादून: गोर्खाली सुधार सभा में भारतीय गोर्खा परिसंघ का 18 वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्यों और उपलब्धियों के लिए तीन लोगों को सम्मानित किया गया। वयोवृद्ध उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, कवि-लेखक बब्बर गुरूंग को प्रथम गोर्खा गौरव सम्मान प्रदान किया गया। समारोह में वॉयस ऑफ इंडिया में अपनी आवाज का जादू बिखरने वाली टॉप फाइनलिस्ट में शामिल उत्तराखंड की प्रतिभा शिलायना मुखिया को प्रथम गोर्खा की शान सम्मान से अलंकृत किया गया। गौरतलब है कि राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद के सदस्य रह चुके बब्बर गुरूंग उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौर में आंदोलन के प्रमुख नेतृत्वकर्ताओं में शामिल रहे हैं। 

 

वे उत्तराखंड संयुक्त संघर्ष समिति की कोर कमेटी के सदस्य होने के साथ ही कई बार जेल गए और लाठियां खाईं। आंदोलन को गति देने के लिए बब्बर गुरूंग ने स्व. चंद्रमणि नौटियाल के साथ देहरादून से दिल्ली तक की पदयात्रा की थी और जंतर मंतर पर कई दिन तक अनशन किया। गोर्खा समाज के उत्थान के लिए भी वे निरंतर सक्रिय रहे हैं। परिसंघ के महामंत्री भूपेन्द्र सिंह अधिकारी ने अपने संबोधन में बब्बर गुंरूग के कार्यों से लोगों को अवगत कराया। परिसंघ की प्रदेश अध्यक्ष उपासना थाना ने पुष्पगुच्छ देकर और शॉल ओढ़ाकर अतिथियों का स्वागत किया। वरिष्ठ उपाध्यक्ष कर्नल (अवकाश प्राप्त) डीएस खड्का ने संस्था के इतिहास, कार्यों और उद्देश्यों की जानकारी दी। कर्नल (अवकाश प्राप्त) भूपेंद्र क्षेत्री, कृणाल शमशेर मल्ल, प्रभा शाह, कमला शाही समेत कई लोग मौजूद थे।

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