राष्ट्रपति को त्यागपत्र सौंपने के बाद अब राज्यपाल को यूपी में मिल सकती है अहम जिम्मेदारी
punjabkesari.in Thursday, Sep 09, 2021 - 10:33 AM (IST)
देहरादूनः उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य द्वारा राष्ट्रपति को अपना त्यागपत्र सौंपने के बाद, उत्तर प्रदेश (यूपी) में उन्हें अहम जिम्मेदारी मिलने की चर्चाएं तेज हो गईं हैं। उन्होंने गत 26 अगस्त को ही 3 वर्ष का अपना कार्यकाल पूर्ण किया था।
यूपी के आगरा जिले की निवासी मौर्य ने 26 अगस्त, 2018 को पहली बार उत्तराखंड की सातवीं राज्यपाल के रूप में उत्तराखंड का दायित्व ग्रहण किया था। वर्ष 1995 में ही उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। वर्ष 1997 में वह भाजपा अनुसूचित मोर्चा में कोषाध्यक्ष मनोनीत की गईं। देश के राष्ट्रपति रामनाथ सिंह कोविंद तत्कालीन अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर आसीन थे। वह 2002 में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य बनाई गईं।
वहीं बेबी रानी मौर्य इससे पूर्व, वर्ष 1995 से वर्ष 2000 तक आगरा की महापौर रहीं। वर्ष 2001 में वह यूपी सामाज कल्याण बोर्ड की सदस्य रहीं। वह आगरा के एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहीं। सूत्रों के अनुसार, मौर्य का मायका आगरा के बेलनगंज और ससुराल करिअप्पा रोड, बालूगंज में है। उनके पति प्रदीप कुमार पंजाब नेशनल बैंक में डायरेक्टर एवं सीनियर मैनेजर पद से सेवानिवृत्त हैं। उनके पुत्र अभिनव मौर्य अमेरिका में इंजीनियर हैं, जबकि उनकी बेटी अंजू मौर्य भी अमेरिका में ही रहती हैं। अंजू के पति अजय भी अमेरिका में इंजीनियर हैं।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, बेबी रानी मौर्य को अब त्यागपत्र के बाद उन्हें यूपी की सक्रिय राजनीति में अहम दायित्व दिया जा सकता है। वहां राजस्थान के राज्यपाल और यूपी के मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह के निधन के बाद, राजनीतिक क्षति की भरपाई के लिए प्रयुक्त किया जाएगा।