उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के नाम पर फिर सुर्खियों में भाजपा, जनता में कयास का दौर शुरू

punjabkesari.in Monday, Mar 21, 2022 - 12:59 PM (IST)

 

नैनीतालः उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के चयन के मामले में भाजपा फिर सुर्खियों में है। पार्टी की नाकामी से राजनेताओं व समर्थकों की धड़कनें बढ़ गई हैं। जनता में कयास का दौर शुरू हो गया है।

उत्तराखंड में भाजपा विधानसभा चुनाव पुन: प्रचंड बहुमत से जीती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निर्विवाद छवि ने प्रदेश में कई मिथक तोड़े और गढ़े हैं। पार्टी के धुरंधरों ने कांग्रेस के कई दिग्गजों को पानी पिला दिया। कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी सहित कई दिग्गज धराशायी हो गये हैं। जबर्दस्त जीत का ख्वाब देख रही कांग्रेस महज डेढ़ दर्जन सीटों तक सिमट कर रह गई। हालांकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मोदी लहर के बावजूद अपनी सीट गंवा बैठे लेकिन उनके नेतृत्व में पार्टी ने 47 सीट जीत कर इतिहास रच डाला। कुछ नए चमत्कारिक चेहरे भी सामने आए, जिन्होंने धनबल व दूषित राजनीति में नए आयाम गढ़ कर सबको चौंका दिया। इसके बावजूद पिछले 5 साल में राज्य को 3-3 मुख्यमंत्री देने वाली पार्टी अभी तक मुख्यमंत्री के चेहरे पर तस्वीर साफ नहीं कर पाई है। मतदान को सम्पन्न हुए 35 दिन व मतगणना को हुए दस दिन बीत गए हैं। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने जोरशोर से काम करना शुरू कर दिया है लेकिन अभी तक भाजपा आलाकमान मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम निर्णय नहीं ले पाया। इस दौरान हालांकि,आधा दर्जन निर्वाचित विधायकों ने धामी के लिए अपनी सीट छोड़ने का ऐलान कर उन्हें पुन: मुख्यमंत्री बनाने की पैरवी की है।

यही नहीं लोकसभा सांसद अजय भट्ट, रमेश पोखरियाल निशंक व राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के साथ केबिनेट मंत्री धन सिंह रावत व सतपाल महाराज भी बतौर भावी मुख्यमंत्री समाचार पत्रों व सोशल मीडिया की सुर्खियों में रहे। ऐसे में अब विपक्षी भाजपा पर सवाल उठाने लगे हैं। उनका आरोप है कि 5 साल में 3-3 मुख्यमंत्री देने वाली भाजपा इस बार एक मुख्यमंत्री का चयन नहीं कर पा रही है। भाजपा में आंतरिक गुटबाजी के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा है। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केन्द्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी व उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) के नेता केशव कांडपाल ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि पूर्ण बहुमत के बावजूद भाजपा सरकार नहीं बना पा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब में सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है। भाजपा धनबल से चुनाव जीती है और यह उसी का परिणाम है।


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Nitika

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