अंकिता भंडारी हत्याकांड में BJP नेता का पुत्र गिरफ्तार, CM धामी बोले- आरोपियों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई

punjabkesari.in Saturday, Sep 24, 2022 - 09:36 AM (IST)

यमकेश्वरः उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर क्षेत्र में एक रिजॉर्ट से पांच दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में लापता 19 वर्षीया अंकिता भंडारी की हत्या के आरोप में शुक्रवार को भाजपा नेता के रिजॉर्ट संचालक पुत्र और उसके दो अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया। पौड़ी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता गंगा भोगपुर क्षेत्र में वनतारा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी और 19 सितंबर से लापता थी।

पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों-रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया। मुख्य आरोपी पुलकित हरिद्वार के भाजपा नेता विनोद आर्य का पुत्र बताया जा रहा है। विनोद आर्य पूर्व में दर्जाधारी राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। आर्य को उत्तराखंड माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के साथ राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया था। हांलांकि, प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना को दुखद करार देते हुए इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। धामी ने कहा कि जिस किसी ने यह अपराध किया है, उसे कड़ी सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘यह दुखद और जघन्य घटना है। पुलिस अपना काम कर रही है। ऐसे जघन्य अपराध करने वालों पर कठोर से कठोर कार्रवाई होगी। पीड़िता को न्याय दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा।''

पौड़ी के अपर पुलिस अधीक्षक शेखर चन्द्र सुयाल ने बताया कि अंकिता की गुमशुदगी के संबंध में राजस्व पुलिस चौकी उदयपुर तल्ला में मामला दर्ज कराया गया था। उन्होंने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए बृहस्पतिवार को उसे लक्ष्मणझूला पुलिस को सौंपा गया जिसने 24 घंटे के अन्दर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। सुयाल ने बताया कि पूछताछ में पहले तो आरोपी टाल मटोल करते रहे और पुलिस को भ्रमित करते रहे लेकिन सख्ती से पूछने पर उन्होंने अंकिता की हत्या कर उसका शव चीला नहर में फेंकने की बात स्वीकार कर ली। सुयाल ने बताया कि अंकिता से विवाद के बाद उन्होंने यह कदम उठाया। उन्होंने कहा कि राज्य आपदा प्रतिवादन बल की एक टीम को चीला नहर क्षेत्र में शव को खोजने के लिए भेजा गया है।

उधर, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने अशोक कुमार ने कहा कि प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ हत्या एवं साक्ष्य छिपाने की धाराएं जोड़ी गई हैं क्योंकि अंकिता की हत्या करने के बाद उन्होंने स्वयं उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई थी। इस बीच, मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के सभी जिलाधिकारियों को प्रदेश के सभी रिजॉर्ट की जांच करने तथा अवैध बने या गैरकानूनी रूप से संचालित रिजॉर्ट के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि रिजॉर्ट, होटल तथा अतिथि गृहों में काम करने वाले कर्मचारियों से भी उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली जाए तथा इस संबंध में शिकायतों पर कदम उठाए जाएं।


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Ramanjot

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