सरकार की लापरवाही आई सामने, घंटों जाम में फंसा रहा शहीद का पार्थिव शरीर

punjabkesari.in Monday, Jun 18, 2018 - 06:51 PM (IST)

देहरादूनः जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते शहीद हुए उत्तराखंड के लाल मानवेंद्र सरकारी सिस्टम के कारण अपने अंतिम समय पर भी सरकार की बेरुखी का शिकार हो गए। 

जाम में फंसा रहा शहीद का पार्थिव शरीर 
जानकारी के अनुसार, शनिवार को मानवेंद्र का पार्थिव शरीर देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंच गया था लेकिन वहां राज्य सरकार का कोई भी अधिकारी ना तो एयरपोर्ट पर पहुंचा और ना ही सरकार के द्वारा कोई भी ऐसी व्यवस्था की गई, जिससे कि शहीद के पार्थिव शरीर को उनके परिवार को सौंपा जाए। 

यात्रा चरम पर होने के कारण 3 घंटों तक जाम में फंसा रहा शव 
बता दें कि मानवेंद्र जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे और उनका परिवार उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में रहता है। चारधाम यात्रा चरम पर होने के कारण, जगह-जगह भूस्खलन और सड़क निर्माण के कारण अधिकत्तर जाम लगा रहता है। इसके बावजूद भी राज्य सरकार ने इतनी भी कोशिश नहीं की कि उनके पार्थिव शरीर को हेलीकॉप्टर से ही उनके घर तक भिजवा दिया जाए। 

परिवार शहीद का करते रहे इंतजार 
वहीं देहरादून से सेना की गाड़ी में रखकर उनके शरीर को रुद्रप्रयाग के लिए भिजवाया गया, जहां पर जाम लगने और भूस्खलन के कारण उनका शरीर 3 घंटे तक जाम में ही फंसा रहा। उनके अंतिम दर्शन के लिए उनका परिवार और पूरा रुद्रप्रयाग नम आंखों से इंतजार कर रहा था। इसके अतिरिक्त सरकार ने जम्मू कश्मीर में शहीद हुए जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए अपने किसी प्रतिनिधि तक को भी नहीं भेजा। 

सरकार ने मांगी माफी 
उत्तराखंड के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य का कहना है कि शहीद को राज्य सरकार पूरा सम्मान देती है और सैनिकों को भी पूरा सम्मान दिया जाता है लेकिन अगर ऐसा हुआ है तो वह उसके लिए माफी मांगती है। वहीं कांग्रेस के नेता किशोर उपाध्याय ने  सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि  राज्य का प्रतिनिधित्व कर रही भाजपा को शहीदों का अपमान नहीं करना चाहिए और ना केवल शहीद को हेलीकॉप्टर उपलब्ध करवाना चाहिए था बल्कि उसकी अंतिम यात्रा में भी सरकार का प्रतिनिधि होना चाहिए था। 

Nitika