केदारनाथ में हो रहे अवस्थापना कार्यों का केंद्रीय संस्कृति सचिव ने किया निरीक्षण

punjabkesari.in Monday, Oct 12, 2020 - 03:38 PM (IST)

देहरादूनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीधी निगरानी में उत्तराखंड स्थित 11वें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम में किए जा रहे अवस्थापना स्थापना संबंधी कार्यों की प्रगति का रविवार को केंद्रीय संस्कृति सचिव राघवेंद्र सिंह ने निरीक्षण किया।

राज्य के पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्रीय सचिव ने आदिशंकराचार्य की समाधि, नेपाल भवन तथा केदारनाथ लिंचोली मार्ग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आदि शंकराचार्य की समाधि पर चल रहे कार्यों को यथाशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश कार्यदाई संस्था को दिए गए। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के मध्य उनके साथ प्रसिद्ध उद्योगपति सज्जन जिंदल भी उपस्थित रहे। बता दें कि जिंदल स्टील वर्क्स द्वारा केदारनाथ विकास कार्यों हेतु बड़ी मात्रा में सहयोग राशि उपलब्ध करवाई गई है, जिसके माध्यम से शंकराचार्य समाधि स्थल पर निर्माण कार्य संचालित किए जा रहे हैं।

संस्कृति सचिव ने नेपाल भवन के निरीक्षण में स्थान स्वामी से बातचीत कर इसे संग्रहालय के रूप में संरक्षित करने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने कुछ स्थानीय घरों का भी निरीक्षण किया, जिनमें अस्थाई तौर पर संग्रहालय को संचालित किया जा सके। जावलकर ने बताया कि संस्कृति सचिव राघवेंद्र ने केदारनाथ-लिंचोली मार्ग के भ्रमण में किन्ही 4 स्थलों (पड़ावों) को धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु ध्यान केंद्र के रूप में विकसित करने का विश्वास दिलाया।

वहीं जावलकर ने कहा कि राज्य में पर्यटकों के लिए आवाजाही खोल दी गई है। देशभर के श्रद्धालुगण अब देवस्थान पोटर्ल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवा कर चार धामों की यात्रा पर आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि देवस्थानम बोर्ड को अपना कार्य केवल पूजा अर्चना तक सीमित न रखते हुए यात्रियों की सेवा हेतु अतिरिक्त कार्य करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि देवस्थानम बोर्ड को शासन की ओर से पूर्ण सहयोग दिया जा रहा है।

बोर्ड के अधिकारी- कर्मचारियों से इस बात की अपेक्षा है कि वे वृहद स्तर पर उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु अपने विजन को विशाल करेंगे। उन्होंने बताया कि अब तक 30,000 श्रद्धालुओं द्वारा बाबा केदार के दर्शन किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के लिए राज्य के द्वार खोले जाने से चारों धामों में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है इससे स्थानीय होटल एवं रिजॉर्ट व्यवसायी, घोड़ा व्यवसाई, छोटे कारोबारियों तथा पर्यटन क्षेत्र के अन्य हित धारकों को लाभ पहुंचेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।


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Nitika

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