हरिद्वारः 70 साल बाद फिर शुरू होगी चारधाम छड़ी यात्रा, निशुल्क यात्रा कर पाएंगे गरीब लोग

punjabkesari.in Friday, Oct 11, 2019 - 06:26 PM (IST)

हरिद्वारः उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में 2021 के लिए जहां मेला प्रशासन तैयारियों में लगा है, वहीं अखाडों ने भी महाकुंभ को लेकर अभी से मेला प्रशासन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।

जानकारी के अनुसार, हरिद्वार में 13 अखाड़ों के संतों ने जूना अखाड़ा से चारधाम यात्रा के लिए जाने वाली दशनामी छड़ी की शुक्रवार को हर की पौड़ी पर पूजा-अर्चना के बाद आश्रम के लिए रवाना की। यह चारधाम छड़ी यात्रा 70 साल बाद फिर से शुरू होगी। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी महाराज की अध्यक्षता में शुक्रवार को छड़ी यात्रा हर की पौड़ी पहुंची। हर की पौड़ी गंगा किनारे पर छड़ी यात्रा की विधि-विधान से पूजा की गई। अखाड़े परिषद के अध्यक्ष ने बताया कि लगभग पिछले 70 सालों से यह छड़ी यात्रा बंद थी। इस बार 2021 में लगने वाले महाकुंभ में छड़ी यात्रा की फिर से शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि हरकी पौड़ी पर मां गंगा का आशीर्वाद प्राप्त करके ही छड़ी यात्रा की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने बताया कि छड़ी यात्रा निकालने का मुख्य उद्देश्य है कि महाकुंभ को सकुशल संपन्न किया जाए।
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वहीं अखाड़े परिषद के महामंत्री हरी गिरि महाराज ने बताया कि यह यात्रा लंबे समय से बंद थी जिसे इस साल से फिर से शुरू किया जा रहा है और अब यह हरिद्वार से शुरू की जा रही है। पहले यह बागेश्वर से चला करती थी। यह यात्रा लगभग 1100 साल पुरानी है और इसका उद्देश्य ऐसे लोगों को यात्रा करवाना है जो यात्रा तो करना चाहते थे मगर गरीबी के कारण यात्रा नहीं कर पाते। ऐसे लोगों को छड़ी यात्रा में मुफ्त यात्रा करवाई जाती थी। हरिद्वार से इस यात्रा के माध्यम से अब मुफ्त चारधाम यात्रा करवाई जाएगी। उन्होने बताया कि यहां पूजन करने के बाद पवित्र छड़ी को जूना अखाडा माया देवी मंदिर में ले जाया जाएगा, जिसके बाद शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत छड़ी की पूजा कर यात्रा को हरी झंड़ी दिखाएगें। इसके बाद यह यात्रा उत्तराखंड के चारों धामों पर जाएगी। इस मौके पर महाकुंभ 2021 के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संजय गुजियाल भी मौजूद रहे। उन्होंने भी भगवान के समक्ष कुंभ 2021 को सफल बनाने के लिए पूजा-अर्चना की।

बता दें कि साल 2021 में लगने वाले कुंभ में इस बार कड़ी सुरक्षा की जाएगी। उन्होंने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात किया जाएगा। मेले में होने वाले शाही स्नान के समय कई जगह मार्ग को परिवर्तित करने की योजना तैयार की जा रही है, जिसमें की शाही स्नान करने वाले संतो को सुरक्षित हर की पौड़ी पर स्नान करवाया जाएगा। इसके साथ ही ऐसी योजना बनायी जाएगी जिसमें आम जन मानस को किसी भी दिक्कत का सामना ना करना पड़े।


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Nitika

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